प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह-सुबह एम्स जाकर कोवैक्सीन की पहली डोज लगवाई इसके द्वारा प्रधानमंत्री ने अपने उन तमाम विरोधियों को एक माकूल जवाब दिया है जो भारत के वैज्ञानिकों की प्रतिभा पर सवालिया निशान खड़े कर रहे थे। पुडुचेरी की नर्स पी निवेदिता ने जब प्रधानमंत्री के लेफ्ट हाथ पर सुई चुभाई तो इस दौरान प्रधानमंत्री मंद मंद मुस्कुराते रहे , निश्चित तौर पर उनके हृदय में वैज्ञानिकों की प्रतिभा के प्रति सम्मान और देशवासियों के प्रति प्रेम ही उमड़ रहा होगा।
ये तस्वीर अपने आप में बीते 1 साल के निर्णायक सँघर्ष की दास्तां को बयां कर रही है कि कैसे विपक्ष के तमाम नेताओं ने ओछी राजनीति करते हुए महामारी संकट के समय भी प्रधानमंत्री और वैज्ञानिकों की मेहनत लगन पर सवालिया निशान खड़े किए थे। विपक्ष की इस ओछी राजनीति पर प्रधानमंत्री शांत रहे मगर पूरा देश मुकम्मल आवाज में देश के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक समुदाय के साथ खड़ा हो गया। 


प्रधानमंत्री को बेशक कोवैक्सिन की सुई चुभाई गई, मगर चुभने वाले तमाम संघर्ष को पार करते हुए ही नरेंद्र मोदी इस स्तर पर पहुंचे हैं कि सारा विश्व आज उनकी क्षमता का लोहा मानता है। अपने राजनतिक सफर में मोदी को सुई से भी ज्यादा शूल चुभाने वाली बातें कहीं गईं.. उन्हें हत्यारा, कसाई, झूठा, जुमलेबाज और न जाने कितने अपमानजनक शब्द कहे गए, मगर इन सबके बावजूद भी प्रधानमंत्री शांत रहे…मौन रहे…मुस्कराते रहे और वक्त के पन्नों में दर्ज 16 मई 2019 के नतीजों ने ये तय कर दिया कि भारत का तारीख का नया उनवान अब इस डेट से लिखा जाएगा। 


एम्स की कोवैक्सिन डोज की ये तस्वीर अपने आप में प्रधानमंत्री की इमेज को स्पष्ठ करती है कि आप कितनी भी सुई इन्हें चुभा लीजिये मगर नरेंद्र दामोदर दास मोदी शांत और मुस्कान के साथ मिलेंगे। राजनीति के जानकार बता रहे हैं तस्वीर में ‘लेफ्ट’ में सुई चुभ रही है और प्रधानमंत्री मुस्करा रहे हैं ये तस्वीर अपने आप में सब कुछ बयां कर रही है।

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