चरमपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) पिछले कुछ दिनों से लगातार ख़बरों में बना हुआ है. राजस्थान से लेकर केरल तक इस चरमपंथी संगठन का नाम ‘हिंसक गतिविधियों’ में सामने आ रहा है .

दरअसल दिल्ली पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को शनिवार को आयोजित होने वाली एक रैली करने की परमिशन देने से इनकार कर दिया है। नई दिल्ली के झंडेवालान में अम्बेडकर भवन में पीएफआई “सेव द रिपब्लिक” नाम की एक रैली का आयोजिन करने वाली थी। जिसे लेकर VHP ने दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखकर रैली को रोकने का अनुरोध किया था। इसके बाद ही दिल्ली पुलिस ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है।

साभार-सोशल मीडिया

रिपोर्ट के मुताबिक 29 जुलाई को दिल्ली पुलिस को लिखे गए पत्र में VHP नेता सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने दावा किया था कि PFI देशभर में संदिग्ध गतिविधियां चला रहा है और उन्हें दिल्ली में कोई रैली करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. दिल्ली पुलिस को लिखे अपने पत्र में सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि 30 जुलाई को पीएफआई अंबेडकर भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. यह संगठन पूरे देश में संदिग्ध गतिविधियां चला रहा है. देश में कई हिंसक घटनाओं के पीछे PFI का हाथ सामने आ रहा है जिसे लेकर कई राज्यों में जांच भी चल रही है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस तरह की गतिविधियां राजधानी में माहौल खराब कर सकती हैं.

बता दें आपको इससे पहले 7 जुलाई को तेलंगाना बीजेपी की इकाई ने निजामाबाद में अपने चार नेताओं की गिरफ्तारी के बाद PFI पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया था और केंद्रीय गृह मंत्रालय से ‘कट्टरपंथी संगठन’ पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।

दरअसल PFI की बात करें तो ऐसा शायद ही कोई मौका हो जब देश में माहौल खराब करने के मामले में पीएफआई का कनेक्शन न निकलता हो। चाहे CAA-NRC को लेकर आतंक का माहौल बनाने का मामला हो या फिर दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में दंगे कराने की साजिश सभी मामलों में PFI की भूमिका संदिग्ध रही है  .

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