आज देशभर में अलविदा जुमे की नमाज पढ़ी गई. वहीं लाउडस्पीकर विवाद को लेकर तमाम सुरक्षा एजेंसियां सतर्क और अलर्ट मोड पर हैं। लेकिन कांग्रेस शासित प्रदेशों राजस्थान और झारंखड में तो मानो पूरा हुजूम सड़कों पर आ गया . गहलोत सरकार के राज में जहां हिंदुओं की शोभा यात्रा को लेकर कई तरह के प्रतिबंध हैं वहीं जयपुर में शुक्रवार को जामा मस्जिद के बाहर दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर सड़क बंद कर दी गईं और सड़क पर अलविदा की नमाज अदा की गई । पूरे इलाके में तकरीबन 100 से ज्यादा लाउडस्पीकर लगाया गये, आसपास की दुकानों को बंद कर दिया गया.

जिसके बाद अलवर से बीजेपी सांसद महंत बालकनाथ ने राजस्थान सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है. उन्होंने कहा, “कुछ दिनों पहले, हिंदू धर्म के पर्व-त्योहारों, आयोजनों और शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया गया था। उसका नोटिफिकेशन सभी के पास है।” बीजेपी सांसद ने कहा, “आज जिस तरह से समुदाय विशेष के लिए खास इंतजाम किए जाते हैं,रमजान को देखते हुए अधिकारियों को बिजली न काटने के आदेश दिये जाते हैं , इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है और सड़क को बंद कर उन लोगों को सुपुर्द कर दिया जाता है। ऐसे में यह सरकार कैसे सभी के लिए एक जैसा काम कर रही है।”

सड़कों को ब्लॉक कर नमाज पढ़ने की कुछ ऐसी ही तस्वीर झारखंड के गिरीडीह जिले से भी सामने आयी . गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने अपने ट्वीटर हैंडल से ये वीडियो शेयर किया है. वैसे भी हेमंत सोरेन पर खास समुदाय के हिमायती होने के आरोप लगते हैं.

वहीं उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने अलविदा जुमे की नमाज को लेकर पहले ही गाइडलाइन जारी कर दिया था. प्रशासन की तरफ से सड़क पर नमाज न पढ़ने को लेकर फरमान जारी हुआ था. साथ ही लाउडस्पीकर की आवाज कम रखने को लेकर भी एडवाइजरी जारी की गई थी. इन सबके बीच शुक्रवार को नमाज के दौरान मुस्लिम भीड़ ने हंगामा किया. बता दें आपको उत्तर प्रदेश में पुलिस-प्रशासन के साथ ही कई मुल्ले-मौलवियों से अपील करवाई गयी थी कि मुस्लिम सड़क पर नमाज न पढ़ें। बावजूद इसके यहां मुस्लिम भीड़ सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर जिद पर अड़ गई। जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम युवकों ने सरकार का विरोध किया, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। मुस्लिम युवकों ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी । हंगामे की सूचना के बाद तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस का भी विरोध किया जाने लगा।

साभार-सोशल मीडिया

देश के ज्यादातर राज्यों में शुक्रवार के दिन सड़कों को जाम कर खुले में नमाज पढ़ी गयी. दरअसल हाल के दिनों में कुछ ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं जिनमें ट्रेन, अस्पताल और रिहायशी इलाकों तक में नमाज पढ़ी जाती है, जिसकी वजह से काफी परेशानी होती है. ये बात समझ नहीं आती कि आखिर मस्जिद होते हुए भी सड़क पर खुले में नमाज कब तक किया जाता रहेगा ? देखा जाए तो देश में धार्मिक आजादी के नाम पर हमें ब्लैकमेल किया जा रहा है, इबादत के नाम पर परेशान किया जा रहा है.

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