कम्युनिस्ट फिल्मकार विशाल भारद्वाज वो शख्स हैं जो हैदर जैसी फ़िल्म बनाकर भारतीय सेना के खिलाफ अपना एजेंडा दर्शाते रहे हैं। जब भी मौका मिला है तभी विशाल भारद्वाज अपनी कम्युनिस्ट सोच के साथ भारत देश की संप्रभुता पर सवाल उठाते रहे हैं। विशाल भारद्वाज अनुराग कश्यप के खास दोस्त हैं.. इसके बावजूद काशी में हुई भजन संध्या में इनकी पत्नी रेखा भारद्वाज को गाने का मौका मिला और उन्होंने वहां भगवान के भजन गाने की बजाय फिल्मी गाने गाए।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद एक माह तक चलने वाले महोत्सव को लेकर पूरी काशी उत्सव में डूबी हुई है. इसी के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग व धर्मार्थ कार्य विभाग और केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से राजेंद्र प्रसाद घाट पर 10 दिवसीय भजन संध्या का आयोजन किया गया था. आयोजन की नौंवी संध्या यानी 20 दिसंबर की रात आखिरी प्रस्तुति के लिए गायिका रेखा भारद्वाज आई हुई थीं.

आश्चर्य की बात यह है कि भजन संध्या के अवसर पर गायिका रेखा भारद्वाज द्वारा ओंकारा फिल्म का गाना ‘जुबां पे लागा रे नमक इश्क…गाया गया. यह बात लोगों के समझ से परे रही कि आखिर भजन के नाम पर ऐसे गाने उन्होंने क्यों प्रस्तुत किये. लोगो ने इसके वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया में सवाल खड़े किए हैं कि रेखा भारद्वाज किस प्रकार का भजन गा रही हैं.

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