ऐसा लग रहा है इस देश में ,हिन्दुओं ,सनातन , उनकी परम्पराओं ,आस्थाओं और मान्यताओं के खिलाफ बहुत ही गहरी साजिश रची जा रही है। खतरनाक और चिंताजनक बात ये है कि ,जिसे भी जहां भी ,ज़रा सा भी मौक़ा मिल रहा है वो इस देश के बहुसंख्यक समाज और राष्ट्रीयता की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार बैठा है।

राजनेता , मीडिया ,शिक्षा संस्थान , विश्वविद्यालय , सिनेमा , टीवी चैनल ,वेब सीरीज़ से लेकर जाने किन किन क्षेत्रों में चुपचाप , एक गहरे षड्यंत्र के तहत बार बार जानबूझ कर इस तरह की करतूतें की जाती हैं जिससे सनातन को नीचा दिखाने और मुगलों को उसके ऊपर तरजीह देने के कुत्सित साजिश को अंजाम दिया जा सके। और अब तो ये मामला इतना गंभीर हो गया है कि , स्कूलों में पढ़ रहे अबोध मासूम बच्चों के मन में जबरन ये सब ठूंसा जा रहा है।

ऐसी ही एक घटना के बारे में फर्स्ट पोस्ट ने विस्तार से बताते हुए देखिये कितने बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश किया है :-

दिल्ली के वसंत विहार स्थित टैगोर इंटरनेशल स्कूल ने एक ऑन लाईन असेम्ब्ली के दौरान न सिर्फ हिन्दू लड़कियों को हिजाब (मुस्लिम युवतियों द्वारा पहना जाने वाला परिधान ) पहना दिया बल्कि , उन्हें मुहम्मद साहब के जीवन चरित और मुस्लिम मज़हब के बारे में सुन्दर सन्देश पढ़ने को कहा गया।

स्कूल की वेबसाइट पर ही प्रदर्शन हेतु इस वीडियो में ये स्पष्ट देखा जा सकता है ,कि ईद के अवसर पर सन्देश देने के लिए इशिता वर्मा और दीक्षा पंडित नामक दो बच्चियों को हिजाब पहना कर उन्हें इस्लाम के बारे में सुन्दर सन्देश देने को कहा गया और ये देख कर ही प्रतीत होता है कि ऐसा जानबूझ कर किया गया।

और हाँ ऐसा नहीं है कि ये स्कूल इस तरह की साजिश /अपराध में पहली बार लिप्त होकर पकड़ा गया है। इससे पहले भी अनेकों बार ये स्कूल इस तरह की हरकतें करता रहा है।

इससे पहले भी एक बार इस स्कूल ने “नज़रिया -कीर समूह द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हदिया (पश्चिम बंगाल ) की एक हिन्दू युवती अखिला के शफीन जहान में परिवर्तित होने ,और ऐसे ही जाने कितने ही घिनौने तथ्यों चित्रों को बच्चों के सामने परोस कर उनके मन में इस्लाम के प्रति जबरन झुकाव पैदा करने की कोशिश की जाती रही है। देखिये

देखिये इस चित्र को और सोचिये कि आखिर बच्चों को ये सब दिखाने समझाने का क्या कारण ?

और ये एक अकेला इकलौता स्कूल नहीं है जो इन सब षड्यंत्रों में शामिल है और चुपचाप अपने जेहादी एजेंडे को चला रहा है। अभी कुछ दिनों पूर्व ही ऐसे ही दिल्ली के एक स्कूल में एक मुस्लिम शिक्षिका ने होमवर्क में बच्चों को पाकिस्तान का राष्ट्रगान ही रट कर सुनाने को कह दिया था। इन स्कूलों में बच्चों से गलती से हिंदी में निकले एक एक शब्द पर सौ सौ रूपए का जुर्माना देना पड़ता है।

जागो सनातन जागो , पहले ही बहुत अधिक विलम्ब हो चुका है हिन्दुस्तानियों। जगाओ अपनी आत्मा को झिझोड़ के इतनी जोर से की एक साथ सबकी आँखें सच देखने लगें। दहाड़ उठो अब। जय हिन्द। जय भारत। जय सनातन।

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