पश्चिम बंगाल में जिस बड़े राजनीतिक उलटफेर के कयास कई दिन से लग रहे थे, वह शनिवार (दिसंबर 19, 2020) को हकीकत बन गया। शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में मिदनापुर की एक बड़ी रैली में बीजेपी का दामन थाम लिया। कुछ समय पहले तक ममता बनर्जी की कैबिनेट का हिस्सा रहे शुभेंदु का जाना सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।

पश्विम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से अमित शाह का दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा, “आपने तीन दशक कॉन्ग्रेस को दिए। 27 साल वामपंथियों और 10 साल ममता दीदी को दिए। 5 साल बीजेपी को दीजिए, हम ‘सोनार बांगला’ का सपना पूरा करेंगे।”

इससे पहले बीजेपी में शामिल होते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपनी ताकत दिखा दी है। उन्होंने दिखाया है कि वे अपने वादों को पूरा कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें जितना प्यार और सम्मान मिला है, उतना TMC में भी नहीं मिल पाया।

शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा नेताओं ने उनके लिए उतना किया है, जितना TMC ने कभी नहीं किया। जनता को सम्बोधित करते हुए दिग्गज नेता ने कहा कि वो पश्चिम बंगाल और उसकी जनता की हर आशाओं-आकाँक्षाओं को पूरा करेंगे। उन्होंने खुलासा किया कि वे कई वर्षों पहले से अमित शाह से जुड़े हुए हैं, लेकिन शाह ने कभी भी उन्हें भाजपा में शामिल होने को नहीं कहा। जब उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ था, तब एक भी TMC नेता ने उन्हें पूछा तक नहीं- पर अमित शाह ने उनका हालचाल जाना।

उन्होंने कहा कि उस दौरान अमित शाह ने 2 बार उन्हें फोन कॉल किया था। शुभेंदु अधिकारी ने स्थानीय नेताओं से कहा कि वे न तो उन्हें प्रभावित करना चाहते हैं, न ही उन पर कोई निर्देश थोपना चाहते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे भाजपा के एक साधारण कार्यकर्ता की तरह कार्य करेंगे। उन्होंने भविष्यवाणी की कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी जीत होगी और TMC पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करने लायक ही नहीं रहेगी।

मिदनापुर कॉलेज ग्राउंड में जब शुभेंदु अधिकारी बोलने आए तो जनता ने ताली बजा कर उनका स्वागत किया। उनके हजारों समर्थक वहाँ पहले से ही जुट गए थे। उन्होंने सब पहले ‘अखंड मिदनापुर’ की मिट्टी और इसके इतिहास को प्रणाम करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि ये खुदीराम बोस और माटोगिनी हाजरा की पवित्र भूमि है। उन्होंने कहा, “मेरे बड़े भाई इस देश की आन-बान-शान हैं।”

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने शुभेंदु अधिकारी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उन दोनों ने मिल कर पूर्व में मिदनापुर के लिए न जाने कितनी ही लड़ाइयाँ लड़ी हैं। पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने खुलासा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले से ही शुभेंदु अधिकारी की उनसे भाजपा में शामिल होने को लेकर बातचीत चल रही है। उन्होंने इसे ‘TMC की ताबूत में आखिरी कील’ बताते हुए कहा कि जो तब संभव नहीं हो पाया, वो अब हो रहा है।

उधर शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे को स्वीकार करने से पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने इनकार कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार (दिसंबर 18, 2020) को कहा कि शुभेंदु का इस्तीफा न तो सदन के नियमों के अनुरूप है और न ही संविधान के प्रावधानों का पालन करता है। उन्होंने कहा कि शुभेंदु ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपना इस्तीफा नहीं सौंपा और वे इसे लेकर निश्चित नहीं हैं कि उनका ये कदम स्वेच्छा से लिया गया और वास्तविक है।

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