तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप जैसे (फटे जूतों) थर्ड ग्रेड निर्देशको तथा फिल्म कलाकारों के यहां अगर 400 करोड रुपए का घोटाला पाया जाता है तो आप कल्पना करिए कि बॉलीवुड की प्रथम पंक्ति (चमचमाते जूतों) में काम करने वाले लोग जो देश के खिलाफ काम कर रहे हैं उनके यहां कितनी अघोषित संपत्ति मिलेगी तथा उनकी वजह से भारत सरकार और डिपार्टमेंट को कितना बड़ा नुकसान हो रहा होगा यह लोग लगातार अपनी पॉपुलर सिटी तथा अन्य उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटना सरकार से समय-समय पर अनुदान तथा रियायतें लेते रहते हैं पहले एक दौर था जब सरकार से रिहाई से लेकर फिल्में बनाते थे जिसमें सरकार के मंसूबे और इरादों को अलग तरीके से प्रभावित किया जाता था अब जब मोदी सरकार ने इन सब पर शिकंजा कसा ते सारी की सारी गैंग एक साथ आकर ना केवल मोदी सरकार बल्कि हिंदू राष्ट्र के खिलाफ जहर उगलने लग गए

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के लागू होने के बाद से अनुराग कश्यप मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं। ट्विटर पर अनुराग कश्यप ने मोदी और उनके परिवार के खिलाफ घटिया और शर्मनाक टिप्पणी की है। इस मामले पर अब बीजेपी ने सोशल मीडिया पर अनुराग कश्यप के कुछ लेटर्स लीक किए हैं, जिनमें उन्होंने यूपी की योगी सरकार से फिल्म बनाने के लिए फंड मांगने की कोशिश की थी। कश्यप के इन लेटर्स को बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया है।

शलभमणि त्रिपाठी ने अनुराग कश्यप द्वारा लिखे उन लेटर्स की कॉपी शेयर करते हुए लिखा- “पिटी हुई फ़िल्मों के लिए सरकारी भीख ना मिली तो अनुराग कश्यप कुंठित हो गाली गलौज पर उतर आए, कुछ सरकारें इनकी फ्लाप फ़िल्मों पर भी करोड़ों देती थीं, यश भारती के पेंशन की शहद भी चटाती थीं, योगी जी ने मुफ्त की पेंशन बंद कर पैसा गरीबों, विधवाओं, किसानों में बांट दिया, यही चिढ़ है इनकी।”

अनुराग कश्यप ने दिया जवाब?

लेटर्स के स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद अब अनुराग कश्यप ने भी इसका जवाब दिया है। अनुराग का कहना है- ”सरकार को डर किस बात का है, जो स्टेट पॉलिसी का सरकारी काग़ज़ अनऑफिशियली लीक कर के क्या करवाना चाह रही है। ताकि मोदी को अपने काग़ज़ दिखाने को हम ना कहें, या उनका ग्रैजुएशन सर्टिफ़िकेट मांगना बंद करें। खुद बुलाती है और खुद ही इल्ज़ाम लगाती है। हम तो फिर भी बोलेंगे।”

मसान के लिए मिले थे 2 करोड़ :

अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्म “मुक्केबाज” और ‘सांड की आंख’ के लिए भी उत्तर प्रदेश सरकार से अनुदान मांगा था लेकिन कई औपचारिकताएं के पूरी ना होने की वजह से योगी सरकार ने दोनों ही फिल्मों में से किसी के लिए अनुदान नहीं दिया था। बता दें कि अनुराग कश्यप की फिल्म ‘मसान’ को अखिलेश यादव के कार्यकाल 2016 में दो करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया था।

ये थी अनुराग कश्यप की मांग :

अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्म ‘मुक्केबाज’ और ‘सांड की आंख’ के लिए सब्सिडी मांगते हुए लिखा था कि इन फिल्मों का करीब 97 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश में फिल्माया गया है। इसकी स्क्रिप्ट और कैरेक्टर उत्तर प्रदेश से मिलते हैं। इसलिए यूपी के सरकारी नियमों का हवाला देते हुए अनुराग कश्यप ने फिल्मों के लिए सब्सिडी मांगी थी।

यश भारती सम्मान पेंशन भी हुई बंद :

इतना ही नहीं, अखिलेश सरकार में अनुराग कश्यप को यश भारती सम्मान मिल चुका है। लेकिन योगी सरकार ने यश भारती सम्मान के तहत दिए जाने वाली 50 हजार की मासिक पेंशन बंद कर दी है।

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