तरुण तेजपाल को बरी किए जाने के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती : न्याय के नैसर्गिक सिद्धांत की हुई अनदेखी
अभी कुछ समय पूर्व ही मुम्बई में पोक्सो के मामलों की सुनवाई करते हुए जिस तरह से विद्वान न्यायाधीश महोदया ने , उत्पीड़न , यौनिक संपर्क आदि को परिभाषित करते हुए नाबालिग के साथ हुए यौन शोषण को शोषण मानने से ही इंकार कर दिया