देश में हिंदू होने का नुकसान कितना ज्यादा होता है इसकी एक बानगी यह देखिए कि हरिद्वार में धर्म संसद हुई और उसके बाद में तमाम विदेशी मैगजीन में हिंदू टेरर नाम से खबरें प्रकाशित करवाई गई। मगर जब भी कोई शांतिप्रिय समुदाय का मौलाना का इमाम कड़वी और चुभती हुई बातें करता है तो उसकी बातों को सुनने के समय कान में रुई डाल ली जाती है।
बरेली के मौलाना तौकीर रजा खां ने शुक्रवार को कभी सरकार को ललकारा तो कभी हिंदुत्ववादी संगठनों पर आरोप लगाए। कहा कि आए दिन हमारे रसूल से गुस्ताखी होती है, हमारी पर बुरी नजर डाली जाती हैं। हम खून का घूंट पीकर रह जाते हैं। अब सब का पैमाना टूट रहा है। डरता हूं कहीं गृह युद्ध जैसे हालात पैदा न हो जाएं। मगर, मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। सरकार यह समझ ले कि यदि सब्र टूटा तो देश में कहीं पनाह नहीं मिलेगी। शुक्रवार की जनसभा में कोरोना गाइड लाइनकी धज्जियां खूब उड़ाई गईं। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन चुप रहा।
इस्लामिया कालेज के मैदान में इत्तेहाद ए मिल्लत (आइएमसी) अध्यक्ष बोले, मुसलमान दीन और देश पर मिटना जानता है। हम पैदाइशी लड़ाके हैं। सेना के साथ हमें ट्रेनिंग व हथियार दो तो, कैलाश मानसरोवर चीन से छीन आएं, पाकिस्तान का भी भारत में मिला दें। कहा कि हरिद्वार संसद में मुसलमानों को मिटाने की बात कही गई। आओ, यहां 20 हजार मुसलमान कुर्बानी के लिए मौजूद है। योगी जी, अपनी पुलिस भी भेज दो, हम यहां से हटेंगे नहीं।
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