बंगाल में 2 मई को चुनावी नतीजे आने के बाद से ही हिंसा जारी है. सत्ता पर काबिज TMC की तरफ से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। एक के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं से लेकर उन हिंदुओं को मारा जा रहा है जो  ममता के खिलाफ बोलते हैं और बीजेपी का साथ देते हैं, हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं लेकिन ममता दीदी को तो सिर्फ सीएम की कुर्सी से मतलब है उन्हें क्या मतलब बंगाल जले तो जले, 5 साल तक कुर्सी का मजा जो लेना है.     

दरअसल TMC के गुंडों का ऐसा आतंक बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से हत्या, आगजनी, लूटपाट औऱ बलात्कार की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. 3 मई को TMC के गुंडों की पिटाई में जख्मी गुए नंदीग्राम के बीजेपी समर्थक देबव्रत मैती की गुरुवार को मौत हो गई। वे टीएमसी कार्यकर्ताओं की पिटाई से वे गंभीर रूप से घायल थे और अस्पताल में भर्ती थे। नंदीग्राम में ममता बनर्जी को हराने वाले शुभेंदु अधिकारी ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी.

शुभेंदु अधिकारी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”मेरे निर्वाचन क्षेत्र #नंदीग्राम विधानसभा से आज सदमा पहुँचाने वाली खबर। #छिलाग्राम गाँव के श्री देबव्रत मैती ने आज दम तोड़ दिया। चुनाव नतीजे आने के ठीक 1 दिन बाद 3 मई को तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की थी। पश्चिम बंगाल असली परिवर्तन चाहता था, यह नहीं।” देबव्रत मैती की मौत के बाद शुभेंदु ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं दुख की इस घड़ी में मैती के परिवार वालों के साथ खड़ा हूँ और मुझे पूरा भरोसा है कि पश्चिम बंगाल के महान लोग भी उनके साथ खड़े हैं।

उन्होंने पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”आज रात को मैंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दिवंगत आत्मा के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। आत्मा को शाश्वत शांति मिले। मैं दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा हूँ, न सिर्फ उनके MLA बल्कि इस पवित्र धरती के बेटे के रूप में भी। मुझे पूरा विश्वास है कि पश्चिम बंगाल के महान लोग भी उनके साथ खड़े होंगे।”

बंगाल में हालात बद से बदतर हो गये हैं जिसकी वजह से हजारों हिंदू अपनी जान बचाने के लिए अपना घर-बार छोड़कर भागने को मजबूर हैं।

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