टुकड़े टुकड़े गैंग की देशद्रोही नायिका शेहला राशिद ने अपने बाप को लगाया 3 करोड़ का चूना…. ये है गंगा जमुनी तहजीब वाले सामाजिक कार्यकर्ता !!
कन्हैया कुमार, चंद्रशेखर आजाद रावण, उमर खालिद, स्वरा भास्कर, जिग्नेश मेवानी, प्रकाश राज के साथ-साथ एक और नाम जो टुकड़े टुकड़े गैंग का प्रमुख नाम है वह है शेहला राशिद…. यह जो ऊपर नाम बताए गए हैं इन्होंने हिंदुस्तान को खंडित करने में किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ी खुद को सामाजिक कार्यकर्ता के नाम से संबोधित करने वाले यह तमाम तथाकथित देशद्रोही हिंदुस्तान के हित में लिए गए तमाम फैसलों के हमेशा खिलाफत करते आए हैं CAA और NRC जैसे मामलों में इन देशद्रोहियों ने खुलकर सरकार का विरोध किया और उस विरोध में इनका विधवा विलाप केवल सड़कों तक सीमित नहीं रहा बल्कि इन्होंने जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय मैं भी अपनी सोच को उजागर करते हुए भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह इंशाल्लाह, हमें चाहिए आजादी मनुवाद से आजादी, ब्राह्मणवाद से आजादी, राष्ट्रवाद से आजादी जैसे नारों के साथ तिरंगे का अपमान करने का प्रयास इन्होंने किया. देश हित में जो भी फैसले सरकारों द्वारा लिए गए भले ही वह जीएसटी से संबंधित हो भले ही वह नोटबंदी से संबंधित हो पर इन तमाम लोगों का केवल और केवल एक मकसद रहा कि विपक्ष के साथ मिलकर सत्ता में बैठी सरकार के खिलाफ उसके खिलाफत करना और इनका यह विधवा विलाप समय-समय पर हमें तमाम उन सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर देखने को मिला मीडिया ने भी मसाला परोसने के लिए इन लोगों को बड़े बड़े मंच दिए और उन मनचलों से इन्होंने हिंदुस्तान के तमाम निवासियों के प्रति जहर उगला इनकी हैसियत और औकात भले ही कुछ ना हो परंतु मीडिया ने जाति धर्म और मजहब के नाम पर हिंदुस्तान के टुकड़े करने वाली इस टुकड़े टुकड़े गैंग को प्रख्यात करने में कोई कमी नहीं छोड़ी
उसी टुकड़े टुकड़े गैंग का हिस्सा और तथाकथित समाजसेवी देशद्रोही शहला रशीद राज उसी के पिता ने बीजेपी जम्मू एंड कश्मीर को पत्र लिखकर 3 करोड रुपए डरा धमकाकर शेहला राशिद द्वारा लेने तथा अभी खुद की जान को शेहला राशिद व उसके साथ के गुंडों द्वारा जान से खतरा होने की बात कहकर डीजीपी से सुरक्षा की मांग की तथा उन लोगों के मुंह पर थप्पड़ है जो ऐसे देशद्रोहियों को अपना आदर्श मानते हैं और उनके विचारों का अनुसरण करते हुए गंगा जमुनी तहजीब का हवाला देते हुए देश में अशांति फैलाने का प्रयास करते हैं ऐसे लोगों को प्रेरणा बनाकर हिंदू से हिंदी की तोहीन करते हुए अपने दैनिक जीवन में उर्दू का इस्तेमाल करते हुए ऐसे गंगा जमुनी तहजीब वाले उन शांति दूतों के मुंह पर यह करारा तमाचा है कि आप जैसे प्रेरणा मानते हैं आप जिस का अनुसरण करते हुए वर्तमान सरकार और देशहित के फैसलों का विरोध करते हैं अपने उन प्रेरकों का एक चेहरा यह भी तो देखिए कि जो अपने बाप की नहीं हुई वह देश की कैसे हो सकती है ऐसे गद्दारों को पहचानने की जरूरत है और इनका मुंह काला करने की जरूरत है हिंदुस्तान का वह दिन सबसे आवाज दिन होगा जिस दिन ऐसे गद्दारों का मुंह काला करने का दिन आएगा तथा दौड़ा-दौड़ा कर पीटा पीटा कर मारा जाएगा वास्तविक क्रांति उसी दिन आएगी जिस दिन उमर खालिद, कन्हैया कुमार, प्रकाश राज, जिग्नेश मेवानी, कुणाल कामरा, दिलीप मंडल, हंसराज मीणा, कुश अंबेडकरवादी, यस मेघवाल, उदित राज, चंद्रशेखर आजाद रावण जैसे तमाम इन देशद्रोहियों को जो जातिगत व धर्म गत जहर घोलकर हिंदुस्तान की धरती पर हिंदुस्तान के लोगों के अंदर अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं ऐसे लोगों को थोड़ा-थोड़ा कर पीटा जाए और उन्हें एहसास कराया जाए हिंदुस्तान की जनता के लिए एक राष्ट्रवादी के लिए देश से बढ़कर कुछ नहीं है यह सीख लेने की जरूरत है तमाम उन लोगों को जो ऐसे लोगों को अपना आदर्श मानते हैं यह वही लोग हैं जिन्होंने भीमा कोरेगांव में एक जहरीली सभा करके देश के अंदर जाति और धर्म के नाम का बहुत बड़ा शहर बोलने का दुस्साहस किया यह वही टीम है जिसने जेएनयू से लेकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी तथा जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी द्वारा देश के अंदर जहर को प्रसारित करने का प्रयास किया अब इस गेम को समझने की जरूरत है और इनकी करतूतों को समझने की जरूरत है
आज का युवा जागरुक है सच है इस बात की हमें खुशी है लेकिन इन युवाओं को ऐसे लोग बरगलाना ले इसलिए इनके कर्मों को समय-समय पर उजागर करते रहना भी बहुत जरूरी है और अपने आप में सच्चा राष्ट्रवाद है देश की सेवा है
जय हिंद
जय भारत
वंदे मातरम
भारत माता की जय
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