Twitter ने एक बार फिर से अपना हिन्दू विरोधी चरित्र दिखा दिया है। इसमें कोई संदेह नहीं कि ट्विट्टर के संचालकों का किसी भी पोस्ट को देखने का एक पक्षपाती रवैया रहा है जहां डोनाल्ड ट्रम्प का अकाउंट तो निलंबित कर दिया जाता है मगर तालिबानियों को कट्टर बात कहने दिखाने के लिए मंच उपलबध कराया जाता है।
दुर्गा पूजा के अवसर पर पूरे बांग्लादेश में जिस तरह से साजिश रच कर पहले दंगे भड़काए गए और फिर उनकी आड़ में हिन्दुओं का नरसंहार किया गया। और इन दंगों को भड़काने के लिए भी आरोपी मुस्लिम युवक ने कुरान का सहारा लिया और ऐसा दिखाने की कोशिश की मानो हिन्दुओं ने ही उसका अपमान किया है।
इन दंगों की सारी , घटनाएं , अपराध , तोड़ फोड़ आदि की खबरें , समाचार और फोटो आदि साझा करने वाले ट्विट्टर हैंडल को पहले ये करने से ट्विट्टर ने न सिर्फ रोक दिया और निलंबित ही नहीं बल्कि उसका अकाउंट ही डिलीट कर दिया। ऐसा ही कुछ इस्कॉन बंगालदेश के ट्विटर हैंडल के साथ भी किया गया। अब दुनिया भर के इस्कॉन श्रद्धालुओं ने इसके विरोध में अपनी आवाज़ मुखर करने का मन बना लिया है।
इस्कॉन के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि , ट्विट्टर के इस पक्षपाती और मनमाने रवैये को अस्वीकार करते हुए , न सिर्फ ट्विट्टर से हैंडल डिलीट करने का कारण बताने के लिए स्पष्टीकरण माँगा गया है बल्कि पूरी दुनिया भर में फैले और स्थापित 700 से अधिक इस्कॉन के मंदिरों में भी इसका विरोध किया जाने का निर्णय लिया गया है।
बांग्लादेश इस्कॉन के प्रतिनिधि का कहना है कि , हैंडल तो मंदिर पर जेहादियों की भीड़ द्वारा किये गए अराजक हमले और उसके बाद मंदिर को हुए नुकसान , निर्दोष पुजारी की निर्मम ह्त्या जैसी मानवीय जीवन को बचाने वाली सामग्री और जानकारी साझा कर रहा था और पूरी दुनिया से सहायता की गुहार लगा रहा था। ऐसे में कौन से नियमों के उल्लंघन के कारण ट्विटर हैंडल को बंद कर दिया गया ??
ज्ञात हो कि इस्कॉन इंटरनेशनल एक अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक हिन्दू पंथ है जो प्रभु श्री कृष्ण और श्री राम के भक्ति गीतों को गाकर पूरी दुनिया में शान्ति और सद्भाव का सन्देश देते हैं। पूरी दुनिया में भगवद्गीता में वर्णित दर्शन को विश्व भर में फैलाने और समझाने का कार्य कर रहे इस्कॉन के मंदिर पर हमला दुनिया में सबसे निकृष्टतम कार्यों में से एक है।
ट्विट्टर पर पहले भी अनेकों बार इस तरह की एकतरफा कार्यवाई करने और वामपंथी , भारत विरोधी , हिन्दु विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है। पिछले दिनों भी कई मामलों पर ट्विट्टर की सीधी भिड़ंत सरकार से ही हो गई थी और मामला अदालत तक जा पहुँचा था।
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