बाला साहेब का बेटा बन गया बाबर

एक महिला से डर हुई महाराष्ट्र की सरकार

महाराष्ट्र की पूरी सरकार एक महिला से डरी हुई हैं। कंगना के दफ्तर पर चलता बुलडोजर दरअसल बाला साहेब ठाकरे की सोच और सपनों पर चल रहा हैं।

वो जो इमारत टूट रही है वो प्रतीक है कि बाला साहेब का बेटा तो बाबर के रास्ते पर चलना चाहता हैं।

ऐसा क्या गुनाह छिपाना चाहते है उद्धव ठाकरे कि कंगना के मुंह बंद कराना जरूरी हो गया हैं। क्यों आखिर एक लड़की से डर कर पूरी सरकार बेशर्मी पे उतारूँ हैं।

कोरोना, टूटी सड़कें, बारिश और फेल सरकार से जूझती मुम्बई और मुंख्यमंत्री बिजी है एक छज्जा तोड़ने में। अगर बाला साहेब को अंदाज़ होता तो शायद शिवसेना को भंग ही कर गए होते।

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