जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।’

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की ये पंक्तियां महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार के गठबंधन पर बिल्कुल फिट होती है जिसके गृहमंत्री अनिल देशमुख अपने देश के खिलाड़ियों और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के ट्वीट्स करने की मंशाओं की जांच करने की बात कर रहे हैं। इस पूरे प्रकरण के पीछे बड़ी वज़ह कांग्रेस की शिकायत है। दिलचस्प बात ये भी है कि जांच के लिए बनीं सूची में भारत रत्न से सम्मानित पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का नाम भी शामिल हैं।

किसान आंदोलन के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटीज के एजेंडे की काट करने के लिए सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर समेत कई भारतीय सेलिब्रिटीज़ ने भी ट्वीट किए थे और उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में अंतर्राष्ट्रीय लोग हस्तक्षेप न करें। सेलिब्रिटीज के ये ट्वीट्स विपक्षी दलों और खासकर कांग्रेस को रास नहीं आए हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने इन सेलिब्रिटीज़ की आलोचना की है जो दिखाता है कि एकता के मुद्दे पर भी कांग्रेस राष्ट्र की सोच से बंटी हुई है।

सचिन, लता के ट्वीट से जुड़े इसी मुद्दे पर अब महाराष्ट्र सरकार ने ऐलान किया है कि ट्वीट करने वाले सभी सेलिब्रिटीज़ के ट्वीट्स की जांच की जाएगी। इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने आदेश भी जारी कर दिया है। दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री अनिल देशमुख से ऑनलाइन मुलाकात कर मांग की थी कि और कहा था, “किसान आंदोलन को लेकर रिहाना के ट्वीट के बाद सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, विराट कोहली सहित कई बड़े सितारों ने जो ट्वीट किए हैं, उनमें कई शब्द कॉमन है। लिहाजा इस बात की जांच करना बहुत जरूरी है कि क्या यह सभी ट्वीट किसी दबाव में किए गए थे या नहीं।”

कांग्रेस इस पूरे मुद्दे पर विरोध की मुख्य धुरी बन गई है।

इसीलिए कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने ही ट्वीट्स की आलोचना करते हुए सभी सेलिब्रिटीज़ की शिकायत की थी। उन्होंने कहा, “सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर सहित इन सभी सितारों ने किसानों की मौत पर कुछ भी नहीं कहा। इतने दिनों तक यह सभी खामोश रहे लेकिन अचानक सब ट्वीट करने लगे हैं। इस ट्वीट को देख कर लग रहा है कि बीजेपी सरकार के दबाव में यह ट्वीट करवाए गए होंगे। इस बात की हमने गृहमंत्री से शिकायत की है।”

राज्य में विपक्ष की सीट पर बैठी बीजेपी ने महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। महाराष्ट्र बीजेपी नेता राम कदम ने कहा, “सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, सुनील शेट्टी और अक्षय कुमार इन सभी लोगों ने विदेशी लोगों की साजिश के खिलाफ ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने यह कहा था कि भारत अखंड है और हम सब साथ हैं। एकजुटता वाले ट्वीट को महाराष्ट्र सरकार कैसे देश विरोधी बता रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस उम्र में लता दीदी के ट्वीट की जांच महाराष्ट्र सरकार करेगी? यह बेहद ही शर्मनाक बात है।”

साफ है कि किसान आंदोलन में भारत विरोधी एजेंडा चल रहा था लेकिन जब भारतीय सेलिब्रिटीज़ ने इसकी काट की, तो देश के लोगों में सकारात्मक आ गई और ये बात बीजेपी के लिए भी सहायक बन गई थी लेकिन कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल सेलिब्रिटीज़ की आलोचना ही कर रहे थे। वहीं अब इस मुद्दे पर जांच करने का आदेश देकर महाराष्ट्र सरकार ने अपनी भद्द पिटा ली हैं।

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