पंजाब में हाल ही में हुए सरप्राईज़ पेपर में कांग्रेस ने जिस तरह से अचानक , उपलब्ध सभी विकल्पों में से सबको ठुकराकर , एक को चुनने के लिए आउट ऑफ़ सिलेबस जाकर जैसे तैसे पेपर में पास होकर अपनी बची खुची इज्जत को थोड़ा सा और संभाल लिया। कप्तान साब और क्रिकेटर साब के झमाझम झगडे का ऐसा सोल्यूशन तो कोई बहुत मँजा हुआ राजनेता -जो की असल में अंदर से राहुल गाँधी हैं भी , ही निकाल सकता था।
लेकिन इन सारी रेलमपेल के बीच पूरे देश समाज ने कांग्रेस का दलित प्रेम और उन्हें प्रोत्साहित करने की अचानक से उग आई भावना को भी सभी ने देखा और सराहा। यकीनन ही ये काबिलेतारीफ बात है , फिर चाहे वो आगामी चुनाव तक यानि 5 महीने के लिए क्यों न हो , अब दलित प्रेम उमड़ आया तो उमड़ आया। पार्टी के लोगों और आम जन के बीच इस फैसले का अच्छा असर होते देख कांग्रेस एक और बड़ा फैसला ले सकती है।
सूत्रों की मानें तो ( वैसे मानियेगा मत ) कांग्रेस में दलित प्रेम के ओवर फ्लो के कारण अब कांग्रेस के सबसे जहीन , परिपक्व , बेबाक , बेख़ौफ़ ,बहादुर और पता नहीं क्या क्या – नेता श्री उदित राज ,(तीतर ) ट्विट्टर वाले को अगला कांग्रेस अध्यक्ष बना सकती है। फैसला तो आला कमान ही लेगा , लेकिन बाकी के सारे उल जलूल काम इन्हें सौंपा जा सकता है।
उदित , राहुल गाँधी की ही तरह बिलकुल फिट , हँसमुख , अजीबोगरीब ट्वीट करके ट्रोल होने वाले बेहद लोकप्रिय राजनेता हैं। कई बार तो वे अपने ट्वीट से ट्रोल होने के मामले में राहुल और अन्य कांग्रेसियों को भी पीछे छोड़ देते हैं। ट्रैक्टर भी चला लेते हैं और ट्विटर भी। अब इससे अधिक रेंज की काबलियत भी क्या चाहिए और फिलहाल पार्टी को।
खबर पक्की है कि आधा फैसला -जो की उदित राजा जी की तरफ से है और उनकी तो हाँ है -तो हो भी चुका है बस बाकी का ये आला कमान द्वारा जारी फरमान से ही पूरा हो सकेगा। राहुल को मनाने की तैयारी हो रही है लेकिन उनकी शर्त है कि वे अपनी सीट सिर्फ प्रधानमंत्री बनने के बाद ही छोड़ेंगे। बस एक बार , एक बार कांग्रेस की सरकार आ जाए , -उदित राज
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