कोरोना के चलते पूरा देश त्राहिमाम कर रहा है मगर कुछ ग़लतियां ऐसी होती है जिनकी खता लम्हे करते हैं मगर सदियां यह सजा पाती हैं। ऐसी ही एक गलती उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव करवाकर की जा रही है जहां अब तक तकरीबन 500 से ज्यादा शिक्षक कोरोना के चलते काल का शिकार हो चुके हैं। अखबार ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के मुताबिक पंचायत चुनाव से पहले प्रशिक्षण एवं मतदान की ड्यूटी करने वाले जिले के 13000 शिक्षकों में से अब तक लगभग 1000 शिक्षक संक्रमित हो चुके हैं। 


शिक्षक महासंघ लगातार उत्तर प्रदेश सरकार से पंचायत चुनाव मतगणना स्थगित करने की मांग कर रहा है। शिक्षक महासंघ का दावा है कि कोरोनावायरस से जिलों में अधिक शिक्षकों की मौत हुई है जहां पंचायत चुनाव हो चुका है। शिक्षकों के मुताबिक अकेले प्रयागराज में ही 28 शिक्षक अबतक काल का शिकार हो चुके हैं जबकि दूसरे चरण में चुनाव वाले प्रतापगढ़ जिले में अब तक 13 शिक्षकों की कोरोना के कारण मौत हो गई है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार का कहना है कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में अब तक 550 शिक्षकों का निधन हो चुका है।

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