पश्चिम बंगाल में 2 मई चुनावी नतीजों के बाद से ही जिस तरह से लगातार हिंसा हो रही है उसके चलते देश में हाहाकार मचा है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता चुन चुन कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं, इसके अलावा कई जगहों से हिंदू समुदाय के लोगों पर विशेष मजहब के लोग सुनियोजित तरीके से हमला कर रहे हैं और हिंदुओं का पलायन काफी मात्रा में बढ़ा है। पूरे देश के कार्यकर्ता बीजेपी आलाकमान से गुहार लगा रहे हैं कि 77 सीट मिलने के बाद उनकी यह दुर्दशा क्यों है?


मगर सूत्रों के मुताबिक एक राहत भरी खबर आ रही है.. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार जल्द कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में हो रही लगातार हिंसा की खबर से केंद्र नाराज है और वह कई दूसरे विकल्पों पर विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को लेकर कुछ खबरें आ रही हैं, माना जा रहा है कि कोयला घोटाले में चल रही जांच में उनपर शिंकजा कस सकता है। सूत्र कहते हैं कि केंद्र पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने के पक्ष में नहीं है क्योंकि अभी राज्य की चुनी हुई सरकार पर इस तरीके की कड़ी कार्रवाई करना जल्दबाजी होगी। ऐसे में पहले से चल रही कोयला घोटाले की जांच को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को एक राजनीतिक मैसेज दिया जा सके।


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल से आए दिन हत्या- बलात्कार की खबरें सामने आ रही है जिसको लेकर देश का बहुसंख्यक समाज काफी रोष में है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदार रवैए पर लगातार चिंता प्रकट कर रहे हैं और वह केंद्र को अपने भेजे मैसेज में साफ बता रहे हैं कि प्रदेश में स्थिति काफी बिगड़ रही है।

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