बड़े-बुजुर्ग बोल गये हैं कि कभी किसी को इतना भी मत कोसो कि बाद में उसे मुंह दिखाने लायक भी न रहो. कुछ यही हाल इन दिनों वामपंथी मीडिया हाउस ‘द क्विंट’ का हो गया है. ये बात जगजाहिर है कि ‘द क्विंट’ भारत विरोधी एजेंडा चलाता है. वहीं ये वामपंथी मीडिया हाउस हमेशा ही अंबानी और अडानी के खिलाफ भी एजेंडा चलाने का काम करता है. हर मौके पर अडानी को कोसने का काम किया करता था. लेकिन अब ‘द क्विंट’ की बकवास बंद हो जाएगी क्योंकि अडानी ग्रुप ने ‘द क्विंट’ को खरीद लिया है.

Business Standard की रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप ने क्विंटिलियन बिजनेस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है. जिसके बाद  13 मई को अडानी ग्रुप ने शेयरहोल्डर समझौते को सार्वजनिक किया .

ये वही वामपंथी मीडिया हाउस है जो हर समय अडानी को कोसता था. जो हमेशा भारत के खिलाफ अपना एजेंडा चलाने की फिराक में सबसे आगे रहता था. चाहे कुलभूषण जाधव का मामला हो या फिर कठुआ गैंगरेप मामले में बिना मामले की जांच पड़ताल किए ही अपना प्रोपेगेंडा फैलाना हो. देश ने कई बार देखा है कि ‘द क्विंट’ ने सरेआम देश के खिलाफ एजेंडा चलाया है.

इधर जैसे ही ये खबर सामने आयी वामपंथी खेमे में मानो मातम छा गया हो, यहां तक की हर मुद्दे पर बड़े-बड़े ट्वीट करने वालों के पास भी शब्द नहीं थे. उन्हें में से एक मोहतरमा का ट्वीट देखिए जिन्होंने अपने ट्वीट में ‘Ummmm’ लिखा है. अब इसका क्या मतलब निकाला जाए ये अंग्रेजी मीडिया हाउस वाले बेहतर बता सकते हैं.

वहीं दूसरी तरफ लोग सोशल मीडिया पर ‘द क्विंट’ को लेकर मजे भी ले रहे हैं.

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