उत्तर प्रदेश के बागपत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र किया उसके बाद जमीन पर यह साफ हो गया है कि अब वहां पर मौजूद हिंदुओं का वोट किधर जाएगा। योगी जी ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में हिंदुओं को बंदूकों से भूना गया था. 60 से अधिक हिंदू मारे गए थे और 1,500 से अधिक जेल में बंद किए गए थे. गांव के गांव खाली हो गए थे. सपा की यही ‘पहचान’ है.’
बागपत में मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ितों में से दो गौरव और सचिन की हत्या केवल इसलिए की गई क्योंकि उन्होंने अपनी रिश्तेदार लड़की के उत्पीड़न पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा, ‘जिस पार्टी की टोपी किसानों और निर्दोष राम भक्तों के खून से रंगी है, वह सद्भाव की गुहार लगा रही है।
राजनीति के जानकार यह मानकर चल रहे हैं कल जिस तरह से बागपत में योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र कर सीधा वहां पर मौजूद लोगों के दिल को छू लिया अब उसके बाद वहां पर सपा रालोद गठबंधन के लिए कुछ बचा नहीं है। योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जो मुद्दा उठाया है वह वहां के लोगों के दिलों में बसा हुआ था मगर किसान आंदोलन के चलते लोग उसे भूल रहे थे योगी की कल की स्पीड से अब चुनाव साफ हो गया है और सपा रालोद गठबंधन में बेचैनी बढ़ गई है।
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