छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल इलाकों में ईसाई मिशनरीज भोले-भाले आदिवासियों को बहला फुसलाकर उनका धर्म परिवरर्तन कराते आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ ईसाई मिशनरियों के लिए एक ऐसा राज्य़ बनता जा रहा है जहां वे जनजातीय वर्ग को धर्मांतरण के जाल में आसानी से फंसाने में क़ामयाब हो रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे अब ऐसे पादरियों के खिलाफ लोग खड़े हो ते दिख रहे हैं और ईसाई मिशनरियों के खिलाफ मुखर हो रहे हैं.
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के एक गांव में धर्मांतरण कराने को लेकर लोगों ने पादरी की जमकर धुनाई की है. जहां रविवार को तकरीबन 100 से अधिक लोगों ने पादरी के घर में घुसकर उसकी पिटाई की है , लोगों ने पादरी के घर के बाहर धर्मांतरण रोको के नारे भी लगाएं . कबीरधाम के एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि यह घटना रविवार को सुबह करीब 11 बजे कवर्धा के पोल्मी गांव में हुई. उस समय पादरी के घर में प्रार्थना चल रही थी. लोगों ने पादरी के घर रखी हुई धार्मिक किताबें भी फाड़ दीं.
वहीं छत्तीसगढ़ के ईसाई मंच के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने पुलिस और राज्य सरकार पर ईसाई पूजा स्थलों पर हमले के मामलों में उचित कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह काफी खतरनाक है, जो राज्य में प्रचलित हो गई है और सरकार इसे रोकने में विफल रही है। सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने में लाचार है. आगे उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों में, राज्य भर में हमारे धार्मिक स्थलों पर कम से कम 10 ऐसे हमले कथित रूप से हुए, लेकिन किसी भी मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। हम सिर्फ न्याय चाहते हैं। बार-बार ऐसी घटनाओं का मतलब है सरकार भी उनका समर्थन कर रही हैं। साथ ही उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा वह पुलिस के खिलाफ सबूत के साथ सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर करेंगे।
बता दें आपको ईसाई मिशनरीज झारखंड, ओडीशा यहां तक कि अब बिहार में भी गरीब और लाचार लोगों को फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करा रहे हैं. ईसाई मिशनरियों ने प्रार्थना, दवाई और पढ़ाई को कन्वर्जन करने का तरीका बना लिया है। उनके प्रचारक गरीबों और बीमारों के अलावा ऐसे लोगों जाल में फंसा रहे हैं, जिनके बच्चे पढ़ाई तो करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से स्कूल या कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं। वे ऐसे परिवार की मदद करते हैं और उनका कन्वर्जन करवाते हैं। इसलिए ऐसे धर्मांतरण गैंग वालों के खिलाफ अब समय आ गया है कि उन्हें जवाब दिया जाए।
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