पश्चिम बंगाल में नई सरकार को 1 महीने होने जा रहे हैं , लेकिन इस एक महीने के अंदर TMC ने जो खूनी खेल खेला है, सत्ता की आड़ में जिस तरह से राज्य में आंतक पैदा किया . उसने वहां रह रहे हिंदूओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या ये उनका घर नहीं है आखिर उनके साथ ममता सरकार इतनी हिंसा क्यों कर रही है.

दरअसल बंगाल में सियासत का खूनी खेला ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है .बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में आए दिन हिंदू समुदाय के लोग और बीजेपी से जुड़े लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है , खुलेआम उनकी हत्या की जा रही है. बहु-बेटियों की इज्जत दाव पर है, उनके साथ बलात्कार किया जा रहा है और वो भी राज्य सरकार की नाक के नीचे।

ऐसा ही एक मामला भाटपाड़ा के वार्ड नंबर 1 से सामने आया है जहां बीजेपी कार्यकर्ता जेपी यादव के सिर पर बम फोड़कर उनकी हत्या कर दी गई. बंगाल बीजेपी ने रविवार को दावा किया कि उत्तर 24 परगना के बैरकपुर इलाके में उसके पार्टी कार्यकर्ता पर बम से हमला कर हत्या कर दी गई. मारे गए कार्यकर्ता का नाम जयप्रकाश यादव बताया गया है. बंगाल बीजेपी ने इस हत्या के पीछे टीएमसी का हाथ बताया है .

बीजेपी ने एक बयान जारी कर दावा किया कि उक्त कार्यकर्ता के खिलाफ कई झूठे मामले भी दर्ज किए गए थे.. पार्टी नेताओं ने दावा किया कि बंगाल में बीजेपी को सपोर्ट करने की सजा उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों को मौत के घाट उतार कर दी जा रही है. उन्होंने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. रविवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी दावा किया कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से अब तक बीजेपी के 32 कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है.

बंगाल में जिहादी तत्वों और TMC के गुंडों की तरफ से जो मार काट शुरू की है, वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा है, जब बंगाल के किसी न किसी हिस्से में हिंदुओं को निशाना न बनाया जा रहा लेकिन आश्चर्य यह है कि इस मामले पर कोई सेकुलर नेता कुछ नहीं बोल रहा है। ऐसे नेताओं से पूछा जाना चाहिए कि अगर किसी बीजेपी शासित राज्य में विपक्षी दल के कार्यकर्ता और नेताओं के साथ ऐसा अपराध हो रहा होता तो क्या वे चुप रहते? जिस तरह से ममता बनर्जी के आतंक और हिंसा की वजह से हजारों लोग बेघर हो गए , कितने हिंदू परिवारों को दूसरे जगह शरण लेनी पड़ी लेकिन क्या किसी विपक्षी दल ने इसके खिलाफ कुछ बोला , जबाव है नहीं ।

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