तमिलनाडु के तंजावुर में 17 साल की छात्रा लावण्या की आत्महत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. जिसके बाद लावण्या को इंसाफ दिलाने के लिए हर तरफ से आवाज उठ रही है. इसी कड़ी में अब मद्रास हाईकोर्ट ने लावण्या की आत्महत्या के मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया है. दरअसल लावण्या के परिवार से लेकर बीजेपी और तमाम हिंदु संगठनों ने पूरे मामले की जांच CBI से कराने की मांग की थी.

वहीं NCPCR ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। खुद आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के नेतृत्व में एक टीम तमिलनाडु के तंजावुर के दौरे पर भी है। जहां पीड़िता के माता-पिता के अलावा , हॉस्टल के बच्चों से भी पूछताछ की जाएगी.

बता दें आपको अपनी मौत से पहले लावण्या ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने आरोप लगाया था कि हॉस्टल में उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की जा रही थी. 19 जनवरी को उसकी मौत हो गई थी. यह किशोरी तमिलनाडु के तंजावुर जिले के क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल में पढ़ती थी. वहां उसका कथित तौर पर उत्पीड़न किया गया और हॉस्टल वॉर्डन उससे जबरन घरेलू काम करवाती थी. लावण्या के माता-पिता का आरोप है कि उसने ईसाई धर्म अपनाने से इंकार कर दिया था।इसलिए उसे प्रताड़ित किया जाता था।

 

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