‘भारत मे शिक्षा जिहाद ?’ इस विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद

प्राचीन भारत में गुरुकुल शिक्षा प्रणाली थी । उसे नष्ट करने के लिए स्वतंत्रता के पूर्व ही गांधीजी के प्रोत्साहन से देश की शिक्षा व्यवस्था का इस्लामीकरण प्रारंभ हो गया । तब से विद्यालयीन पाठ्यपुस्तकों में अकबरटीपू सुल्तान आदि मुसलमान आक्रमणकारियों के पाठ पढाए जाने लगे । वे आज तक चल ही रहे हैं । कुल मिलाकर ‘सेक्युलर’ शब्द की आड में शिक्षा क्षेत्र का इस्लामीकरण चल रहा है । यह शिक्षा जिहाद ही है । जब तक भारत संवैधानिक दृष्टि से हिन्दू राष्ट्र नहीं बनतातब तक देश की शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में इस्लामीकरण चलता ही रहेगाऐसा स्पष्ट प्रतिपादन झारखंड के ‘तरुण हिन्दू’ के संस्थापक डॉनील माधव दास ने किया । वे हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ‘भारत में शिक्षा जिहाद ?’ इस ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में बोल रहे थे ।

       झारखंड के ‘पांचजन्य’ के पत्रकार श्रीरितेश कश्यप ने कहा किझारखंड में राजधानी रांची सहित दुमकाजामताडागढवापलामूपाकूरबोकारो आदि जिलों में सरकारी विद्यालयों में रविवार के स्थान पर शुक्रवार को छुट्टी देनाहिन्दी के स्थान पर उर्दू को प्राथमिकता देना आदि बातें सामाजिक माध्यमों तथा प्रसारमाध्यमों से प्रकाश में आई हैं । सरकारी आदेश के बिना केवल संख्याबल के आधार पर मुसलमानों द्वारा सैकडों विद्यालयों में गत 10 से 25 वर्षाें से यह हो रहा है । मुसलमानों की चापलूसी करने के लिए ही यह सर्व हो रहा है । झारखंड सहित बिहार और बंगाल में भी अनेक विद्यालयों में यह चल रहा हैपरंतु इससे संबंधित समाचार लोगों तक पहुंचे ही नहीं हैं ।

        हिन्दू जनजागृति समिति के उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य समन्वयक श्रीविश्वनाथ कुलकर्णी ने कहा किहमारा देश स्वतंत्र होने के उपरांत अधिकांश शिक्षा मंत्री मुसलमान अथवा मुसलमान समर्थक थे । इसलिए शिक्षा में गलत बातें पढाई गईं । एन.सी..आर.टीकी पुस्तकों में आक्रमणकारी मुगलों का उदात्तीकरण करने के लिए अनेक पृष्ठ भरे गए हैं । एन.सी..आर.टीकी वीं की अंग्रेजी पुस्तक में ‘दि लिटिल बुली’ पाठ में ‘हरि’ नामक विद्यार्थी लडकियों को छेडनेवाले तथा ‘अब्दुल’ नामक विद्यार्थी अच्छे काम करनेवाला दिखाया गया है । इस प्रकार वामपंथी विचारधारा के लोगों ने योजनाबद्ध हिन्दू धर्म के प्रति द्वेष फैलाने का काम किया है । बालभारती की पुस्तक में भी ‘अफजलखानवध’ का चित्र नहीं हैपरंतु ‘ईदगाह’ यह पाठ पढाया जा रहा है । गोवा की एक पाठ्यपुस्तक में बार्देश प्रांत में छत्रपति शिवाजी महाराज ने तीन दिन आक्रमण कर जनता पर अत्याचार कियाऐसा झूठा इतिहास पढाया जा रहा था । कुल मिलाकर अभिभावकों को जागृत होकर बच्चों के पाठ्यक्रम में निश्चित रूप से क्या पढाया जाता हैइसकी जांच भी करनी चाहिए ।

श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति.

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.