देश की राजधानी दिल्ली ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मौत का जो त्राहिमाम देखा था , वो मंजर शायद ही किसी और राज्य ने देखा, हजारों लोगों ने अपनी जान गवां दी, किसी को अस्पताल नहीं मिला तो किसी को ऑक्सीजन नहीं मिल सका , परिवार के परिवार उजड़ गए.

दरअसल कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में करीब 1 हजार 492 डॉक्‍टरों ने भी अपनी जान गंवा दी, जिनमें से सिर्फ अकेले दिल्ली के 128 डॉक्‍टर शामिल हैं. उस दौरान दिल्ली के सीएम साहब अरविंद केजरीवाल ने कोरोना योद्धाओं को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी, लेकिन ये राशि केवल डॉ. अनस मुजाहिद के परिवार को ही दी गई …बाकी दिवंगत डॉक्टरों का परिवार तो बस केजरीवाल और मुआवजे का इंतजार की कर रहे हैं, ।
लेकिन इस बीच अब केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना से जान गंवाने वाले डॉक्‍टरों, नर्सों और अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के लिए ‘भारत रत्‍न’ की मांग की है। रविवार को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा है, ‘महामारी के समय हेल्थकेयर वर्कर्स ने जिस तरह देश की सेवा की है, उसे भुलाया नहीं जा सकता, इसलिए पूरी हेल्थकेयर कम्युनिटी को सम्मानित किया जाना चाहिए। मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि इस साल का ‘भारत रत्न’ डॉक्टरों को दिया जाए। उन्हें सम्मानित करने का इससे अच्छा कोई और तरीका नहीं हो सकता।‘

वहीं इस पूरे मामले पर बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि  ‘श्रीमान झूठ केजरीवाल, आशा है आप लगातार झूठ बोल रहे होंगे। दिल्‍ली के सभी डॉक्‍टर जो कोविड जंग में दिवंगत हो गए, उनको आप जल्‍दी अपनी घोषणा के अनुसार एक करोड़ रुपये देंगे। झूठ बोलते रहना, क्‍योंकि सच बोलने से आपके पेट में दर्द हो जाएगा। आपका बिल्‍कुल भी अपना नहीं, प्रवेश।’

दरअसल लगातार जिस तरह से आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल कभी ऑक्सीजन, कभी वैक्सीन को लेकर घटिया दर्जे की राजनीति कर रहे हैं उनसे उम्मीद भी क्या की जा सकती है , अब तो केजरीवाल ने जिस तरह से ऑक्सजीन की डिमांड को लेकर देश के सामने झूठ बोला उससे साफ है केजरीवाल के लिए सियासत सबसे उपर है भले ही उसके लिए उन्हें किसी हद तक जाना पड़े . केजरीवाल भले ही काम कर न करें, लेकिन राजनीति जरुर करते हैं।

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