कोरोना वैक्सीन वितरण एवं टीका लगाने का काम इलेक्शन कमीशन के हवाले कर दिया जाए तो कैसा रहेगा?
जैसे पूरे देश में इलेक्शन कमिशन चुनाव का इंतजाम करता है उसी तरीके से टीका लगाने का काम भी हो सकता है, सामाजिक एवं राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को ले आएंगे.
पहले से ही एक बहुत बड़े पैमाने पर हमारे पास व्यवस्था है, दूसरी व्यवस्था तैयार करने के लिए समय क्यों खराब करना,
अगर टीकाकरण दो बार या तीन बार होना है पहली बार में एक उंगली पर निशान लगा दे अगली बार में दूसरी और आवश्यकता होने पर तीसरी उंगली पर निशान लगा दे,
इससे यह जानने में आसानी रहेगी किसको वैक्सीन दी जा चुकी है और किसको नहीं, और डिजिटल डाटा अलग से तैयार किया जा सकता है, अलग-अलग चरणों में इसको अति शीघ्र पूरा किया जा सकता है,
टीकाकरण का कार्य वोटिंग संख्या के आधार पर किया जा सकता है,
हमारे पास बहुत बड़ा ढांचा पहले से ही विकसित है,
आजकल स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई नहीं हो रही स्कूल और कॉलेज को वैक्सीन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है
पहले ज्यादा भीड़भाड़ वाले शहरों में वैक्सीन का वितरण किया जा सकता है,
अगर वैक्सीन का प्रोडक्शन ठीक रहे तो 100 से 150 चरणों में यह काम पूरे देश में किया जा सकता है,
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