नौकरी पेशा वाले हर व्यक्ति को अपनी कंपनी और बॉस से यही उम्मीद होती है कि इस साल उनकी तनख्वाह और पद दोनों में इज़ाफ़ा हो। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति दिन रात लगा रहता है और अपने क्लाइंट्स और बॉस को खुश करने की जीतोड़ कोशिश करता है। बहुत से लोगो को नौकरी के साल डेढ़ साल के बाद ही पद्दोन्नत कर दिया जाता है। परंतु ख़ासे ऐसे लोग भी रहे है जो बहुत मेहनत और प्रयासों के बावजूद भी कहीं न कही पीछे ही रह जाते है। अगर वैदिक ज्योतष की मानें तो नौकारी में पद्दोन्नत होना या न होना ये हमारी कुंडली निर्धारित करती है। इसके अनुसार ब्रह्माण्ड में घटित होने वाली प्रत्येक घटना के पीछे कहीं न कहीं आपके कुंडली में स्थित ग्रह ही जिम्मेदार बताये गए हैं। तो आज इस लेख के माध्यम से हम जानने का प्रयास करेंगे की आखिर क्यों कुछ व्यक्तियों को नौकरी मिलने और पद्दोन्नत होने में आती है इतनी कठिनाई साथ ही क्या है इसके निवारण हेतु ज्योतिषी उपाय।

• “नौकरी में पदोन्नति के संदर्भ में क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र”:-

वैदिक ज्योतिष में दशवां घर कर्म का होता है। इस भाव से हमें नौकरी और व्यवसाय का बोध होता है। इसके अलावा दशम भाव और दशम भाव का स्वामी सांसारिक जीवन में हमारे प्रदर्शन के बारे में सूचित करता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार कई ग्रह दशम भाव के लिए लाभकारी होते हैं और शुभ फल देते हैं। इनमें सूर्य कार्य क्षेत्र में हमारे लक्ष्य और महत्वाकांक्षा का कारक होता है। मंगल ग्रह हमारी व्यावसायिक आकांक्षा की पूर्ति के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और बेहतर प्रयासों के लिए प्रेरित करता है। वहीं बुध ग्रह बुद्धि और ज्ञान का कारक होता है इसलिए बुध के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में उन्नति मिलती है। बृहस्पति यानि गुरु की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं, साथ ही करियर के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा शनि देव जिन्हें कर्म अधिकारी कहा जाता है। वे हर मनुष्य को उसके कर्म के आधार पर शुभ फल और दंड देते हैं। काल पुरुष राशि चक्र में शनि स्वयं दशम भाव के स्वामी हैं। इस वजह से शनि देव कर्म और कार्य क्षेत्र में मनुष्य को अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रेरित करते हैं।कुंडली में दशम भाव के स्वामी और दशम भाव के पीड़ित रहने से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में परेशानियां आती हैं। जब कोई क्रूर ग्रह दशम भाव में स्थित रहकर अशुभ फल देता है तो इसके परिणाम स्वरुप नौकरी और व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जॉब मिलने में देरी, नौकरी से निकाला जाना, पदोन्नति नहीं होना, जॉब को लेकर असंतुष्ट रहना और करियर में तमाम तरह की परेशानी देखनी पड़ती है। जन्म कुंडली के अध्ययन से इस बात का पता लगाया जा सकता है।

• “नौकरी में प्रमोशन पाने के ज्योतिषी उपाय”:-

शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल का दीया जलाने से भी नौकरी में आ रही परेशानियां दूर होती है। शनि मंत्र का जप करने से शनि से संबंधित दुष्प्रभाव कम होते हैं। शनि देव की कृपा से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।।सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से व्यावसायिक जीवन में उन्नति होती है। सूर्य के प्रभाव से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा मनुष्य को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। इसके प्रभाव से आपको कार्य स्थल पर अपने वरिष्ठ सहकर्मियों और अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर चलने में मदद मिलेगी।तो इस लेख में हमने नौकरी में प्रमोशन पाने के संदर्भ में बाते बताई साथ ही इसके निवारण के ज्योतिषी उपाय भी और अधिक जानकारी पानें के लिए आप हम से संपर्क कर सकते हैं। 

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