सेक्युलर सरकारों ने दीपावली पर कई राज्यों में पटाखों पर बैन लगा दिया है, ये बैन सिर्फ हिन्दुओ के ही त्यौहार पर लगाया गया है, और इसका कारण ये बताया गया है की पटाखों से प्रदुषण हो रहा है
जबकि सच्चाई ये है की दिल्ली और आसपास के इलाकों में दीपावली से भी काफी पहले से प्रदुषण फ़ैल चूका है, पर सेक्युलर सरकारों ने सारा दोष पटाखों पर ही फोड़ दिया है
कई राज्य सरकारों ने पटाखों पर बैन लगा दिया है, हालाँकि ये बैन पुरे साल नहीं पर केवल हिन्दुओ के त्यौहार दीपावली पर ही लगाया गया है
अब पटाखों पर बैन लगने से तमिलनाडु के शिवकाशी में 8 लाख मजदुर बेरोजगार हो गए है, भारत में शिवकाशी पटाखों का हब है, शिवकाशी में 8 लाख मजदुर पटाखों के ही कारोबार में लगे हुए है और अब दीपावली पर पटाखों पर सेक्युलर सरकारों द्वारा बैन लगाए जाने से 8 लाख मजदुर बेरोजगार हो गए है
इन मजदूरों में ज्यादातर दलित हिन्दू है जिनके घरों का चूल्हा पटाखों के ही कारोबार से चल रहा था
सेक्युलर सरकारों ने दीपावली पर 8 लाख गरीब मजदूरों जिनमे अधिकतर दलित है उनके पेट पर लात मार दी है, इसे देखते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने भी पटाखा बैन करने वाले राज्यों से मांग करी है की वो पटाखों पर बैन को हटा लें क्यूंकि इसके कारण रोजगार ख़त्म हो रहा है
देश में वैसे ही रोजगार की कमी है पर सेक्युलर सरकारों ने हिन्दुओ के त्यौहार पर और 8 लाख मजदूरों को बेरोजगार कर दिया है जिनमे अधिकांश दलित ही है
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