सिंह वाहिनी की संस्थापिका पुष्पा पाल ने ‘लव जिहाद’ के संबंध में अनुभवकथन करते हुए कहा कि, जो कहते हैं ‘लव जिहाद’ नहीं है, उन्हें मैं बताती हूं कि, मैं स्वयं ‘लव जिहाद’ की बलि चढी थी । यह एक जिहाद है, यह शीघ्र ध्यान में नहीं आता । ‘लव जिहाद’ प्रेम के लिए नहीं, अपितु मुसलमानों की जनसंख्या बढाने और हिन्दू युवतियों का धर्मांतरण करने के लिए योजनाबद्ध पद्धति से किया जाता है । इसलिए हिन्दू युवतियों और महिलाओं को धर्मशिक्षा लेकर अब सजग रहना आवश्यक है ।
हिन्दू जनजागृति समिति की ‘रणरागिनी’ शाखा की कु. प्रतीक्षा कोरगावकर ने कहा कि, नवरात्रि में विविध स्थानों पर गरबा करने का निमित्त कर अनेक मुसलमान युवक गरबा में सम्मिलित होते हैं और इसमें सम्मिलित हिन्दू युवतियों को अपने प्रेम के जाल में फंसाते हैं । तत्पश्चात वे ‘लव जिहाद’ की शिकार होती हैं । गत कुछ महीनों में 14 से 18 आयुवर्ग की अवयस्क लडकियां ‘लव जिहाद’ की बलि चढी हैं, ऐसी अनेक घटनाएं उजागर हुई हैं । ‘लव जिहाद’ के संबंध में हिन्दू जनजागृति समिति गत अनेक वर्षाें से जागृति कर रही है । समिति ने इस विषय पर ग्रंथ भी प्रकाशित किया है । व्याख्यान और विविध उपक्रमों से ‘लव जिहाद’ की समस्या पर आवाज उठाकर इस संबंध में सतर्क रहने का आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति करती रहती है ।
श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति.
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