हिंदुफोबिया या इस्लामोफोबिया ?
राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों (रियाद व अन्य) ने एक हिंदू युवक (कन्हैयालाल) की दिनदहाड़े हत्या कर दी है। हत्या कर हत्या का वीडियो बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर हत्या की गई। ये घटना भूत महल के पास की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अशोभनीय टिप्पणी की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले में लीपापोती करते हुए कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है जबकि आप वाकिफ होंगे कि राजस्थान में पिछले 3 वर्षों से ये खेल लगातार चल रहा है और सरकार की चुप्पी ऐसे लोगो का हौसला बढ़ाती है
घटना की सूचना मिलने पर घंटाघर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. हत्या की घटना से स्थानीय व्यापारियों में खासा आक्रोश हैं. जानकारी के मुताबिक उदयपुर में दिन दहाड़े टेलर की धारदार हथियार से वारकर हत्या की गई है. टेलर ने नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी. वहीं हत्या के आरोपियों ने हत्या करने से पहले वीडियो जारी किया है. हत्या करने के बाद भी हथियारों के साथ वीडियो जारी किया है. घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों में जबरदस्त आक्रोश है. पुलिस हत्या के आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है.
हिंदुत्व को आतंकवाद का नाम देकर मुस्लिम सोच को ढककर चलने वाले राजनीतिक दलों को अब नंगा करने की जरूरत है आम लोगो को आगे आने की जरूरत है आम जनता को आगे आकर राजनीतिक दलों की दलाली करने वाले लोगो को नंगा करने की जरूरत है उजागर करने की जरूरत है आज इस घटना ने एक बार फिर कुंठित मानसिकता से परिचय करवाया है ।
क्या नबी ऐसे खुश होते है
सर तन से जुदा कहकर किसी भी व्यक्ति को धर्म की आड़ में कत्ल करना कहां तक उचित है क्या सच में नबी को खून चाहिए या फिर ये उन तमाम धर्म के ठेकेदारों की साजिश है जो धर्म के नाम पर देश को खून से लाल करना चाहते है क्या इस पर मुस्लिम सोच की रक्षा करने वाले हिंदूवादी संगठनों के लोग अपनी बात रख पाएंगे ? या फिर एक बार फिर हिंदुत्व को शर्मसार होना पड़ेगा।
सामाजिक कार्यकर्ता के नाम पर धर्म में जहर घोलने वाले लोगो को अब सलाखों के पीछे धकेलना होगा तब जाकर ही ऐसी व्यवस्था में बदलाव संभव है बिना ऐसी व्यवस्था के ऐसे लोग आरफा खानुम, दिलीप मंडल, स्वरा भास्कर, हंसराज मीना, मीना कोटवाल, जुबेर, उदित राज (काला तीतर), अदिति मित्तल, संजुक्ता बसु, साक्षी जोशी जैसे लोगो को जेल के पीछे भेजना होगा तभी देश साफ रहेगा क्योंकि ये गंदगी है जो राजनीतिक दलों की आड़ में देश को नुकसान पहुंचा रहे है । अब भी समय है कड़े कानून की जरूरत है जिसके तहत कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जरूरत है ।
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