ऐसा लग रहा है जैसे पूरी दुनिया ही हाथ धोकर नारी की दुश्मन हो गई है | भारत में तो बलात्कारों का ये सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है , एक की जानकारी मिले अभी समय भी नहीं बीतता कि इतने में किसी दूसरे बड़े और ज्यादा घिनौने अपराध की खबर सामने आ जाती है | 

ऐसा यही एक अपराध , तपेदिक से पीड़ित एक 21 वर्षीय युवती जो २१ अक्टूबर को सांस में तकलीफ की शिकायत के साथ गुरुग्राम के फोर्टिस अस्प्ताल में दाखिल कराई गई | बाद में उसे एकांतवास के कारण अलग से आईसीयू वार्ड (गहन चिकित्सा कक्ष ) में शिफ्ट कर दिया गया जहां वो मूर्छित अवस्था में कई दिनों तक भर्ती रही | 

अभी थोड़े दिन पहले उसने एक लिखित पर्ची द्वारा पिता को तुरंत मिलने के लिए खबर भिजवाई | पिता के मिलने आने पर युवती ने बताया कि आरोपी विकास ने ,उससे जबरदस्ती की जब वो अर्द्धमूर्छित अवस्था में थी | पुलिस ने मुकदमा दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी है | 

अस्पताल प्रशासन का कहना है की आरोपी विकास , अस्पताल का नियमित कर्मचारी नहीं है और कोरोना के लिए विशेष स्थिति को देखते हुए अतिरीतिक कर्मचारियों की जरूरत पड़ने के कारण उसे रखा गया था | 

सोशल मीडिया में इस खबर के आने के बाद से लोगों में बहुत ज्यादा गुस्सा है और वे अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था , चिकित्सा व्यवस्था की असलियत सामने आने के कारण फोर्टिस के विरुद्ध कार्यवाई करने की मांग कर रहे हैं | 

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