आखिरकार सभी अनुमानों को धराशायी करते हुए भाजपा ने एक बार फिर सभी को चौंका दिया। मात्र 4 सीटों से 45+ सीटों पर विजय प्राप्त करते हुए दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में स्थापित होने की कहानी कोई आसान नही थी।
अन्य दलों ने इसे मात्र एक गली का चुनाव समझा लेकिन भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अन्य बड़े नेताओं को मैदान में उतारकर इसे राष्ट्रीय महत्व का चुनाव बना दिया।
ये कह सकते है कि किला फ़तह नही हो सका लेकिन किले में एक बहुत बड़ी सेंध भाजपा ने लगा दी है और ये निश्चित है कि भाजपा आने वाले वर्षों में हैदराबाद में हिंदुत्व का परचम जरूर लहराएगी।।

भाजपा की ये ही विशेषता ही उसे अन्य दलों से अलग पहचान देती है, भाजपा किसी भी चुनाव को छोटा नही मानती और ना ही भाजपा के कार्यकर्ता चुनाव के अनुसार मेहनत करते है। भाजपा का हर एक कार्यकर्ता जी तोड़ मेहनत करता है और इस मेहनत के नतीजे आज पूरे देश के सामने है।

हिंदुत्व के जिस रथ पर सवार होकर भाजपा ने लगातार दो बार केंद्र में सरकार बनाई अब उस रथ का दक्षिण भारत का केंद्र हैदराबाद (भाग्यनगर) हो चुका है और इसी केंद्र से होकर भाजपा दक्षिण में चारों दिशाओं में “कमल” जरूर खिलाएगी।

ये सिर्फ हैदराबाद का चुनाव नही है अपितु ये तो बंगाल और तमिलनाडु के चुनावों से पहले एक ट्रेलर था, पूरी पिक्चर का आना तो अभी बाकी है।
आज के नतीजों से ये मजबूत उम्मीद है जिस प्रकार ट्रेलर शानदार और हिट रहा उसी प्रकार बंगाल और तमिलनाडु की पूरी पिक्चर भी सुपरहिट रहेगी।
जय हिंद ????

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