गुजरात में प्रशासन ने देवी अंबा के मंदिर के प्रांगण में लगे लाउडस्पीकर को हटाने का आदेश जारी किया था उस आदेश में लिखा हुआ था कि अंबाजी मंदिर के लाउडस्पीकर से ध्वनि प्रदूषण होता है इसके चलते इस लाउडस्पीकर को हटा दिया जाए। प्रशासन के इस तुगलकी आदेश के बाद गुजरात में रह रहे तमाम हिंदुओं ने आवाज उठाई और कहा कि यदि मंदिर से लाउडस्पीकर पर करवाया गया तो गुजरात की तमाम मस्जिदों से भी लाउड स्पीकर हटनी चाहिए।
हिंदुओं की एकजुटता के सामने आखिरकार प्रशासन नतमस्तक हुआ है और अंबाजी मंदिर से लाउडस्पीकर हटाने के आदेश को वापस ले लिया है। प्रशासन द्वारा 18 दिसंबर को जारी पत्र में कहा गया था कि जिस हवनशाला में लाउडस्पीकर हैं वहाँ कई याज्ञनिक कार्य और अन्य समारोह भक्तों द्वारा किए जाते हैं।
इन लाउडस्पीकर्स के कारण नजदीकी ग्रामीणों को दिक्कत होती है। इसके अलावा यह अंबाजी मंदिर कार्यालय के हर कार्य में भी परेशानी देते हैं इसलिए तत्काल प्रभाव से यहाँ लाउडस्पीकर बैन किया जाता है।हालाँकि हिंदू समाज की नाराजगी के बाद मंदिर प्रशासन ने अपने आदेश को वापस ले लिया।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.