विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका ने , दुनिया में कोरोना के नए फैलते वैरिएंट -ओमिक्रोन -को लेकर सरकार की तैयारियों का खुलासा करते हुए अपने देशवासियों के लिए नए सुरक्षा निर्देशों को जारी किया है। ज्ञात हो कि , कोरोना का ये नया वेरिएंट तेज़ी से न सिर्फ पश्चिमी देशों में फ़ैल रहा है बल्कि अब लोगों को अपना शिकार भी बना रहा है। इसी के मद्देनज़र आने वाले दिनों में अमेरिकी नागरिकों को क्या करना और क्या नहीं करना है इसलिए विस्तृत दिशा निर्देशों को जारी किया गया है।
लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अपने नागरिकों को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि – वे नागरिक जिन्होंने कोरोना से बचने के लिए अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है वे अपने और अपनों की मौत के लिए या ऐसे ही गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहें।
ज्ञात हो कि , भारत और अन्य कुछ देशों की तरह ही अमेरिका में भी खुद को बुद्धिजीवी मानने वाला एक वर्ग जो कोरोना को बीमारी के रूप में नहीं लेता और शासन प्रशासन द्वारा जारी हर सुरक्षा निर्देशों , नियमों की न सिर्फ अवहेलना करता रहा है बल्कि मास्क नहीं पहनने और वैक्सीन नहीं लगवाने के लिए बाकायदा मुहिम भी चलाता रहा है। ऐसे में , अमेरिकी प्रशासन ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अमेरिका में मचे हाहाकार के कारण पहले ही स्पष्ट रूप से नागरिकों को चेतावनी दे दी है।
कल्पना करिये कि , दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश , अपने नागरिकों के लिए स्वास्थ्य एडवाइज़री जारी करते हुए ऐसी भाषा और लहज़े का इस्तेमाल करता है और यहां भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में लोग वैक्सीन प्रमाणपत्र पर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो हटाए जाने को लेकर भी आपत्ति जता रहे हैं और मुकदमा दायर कर रहे हैं।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.