सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर हिंदुत्व को बदनाम करने, हिंदुत्व के अस्तित्व पर खुलेआम सवाल उठाया जा रहा है, दरअसल सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के नाम पर इस्लामी प्रोपेगेंडा फैलाने का एक मामला सोशल मीडिया पर सामने आया है। जिसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, वीडियो Vision IAS कोचिंग सेंटर की है।
दरअसल कल सोशल मीडिया पर Vision IAS की स्मृति शाह का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह छात्रों से सवाल कर रही थीं कि आखिर भक्ति आंदोलन की शुरूआत कब हुई और उसका उद्देश्य क्या था। जिसके जवाब में स्मृति शाह ने बच्चों को बताया कि भक्ति आंदोलन इस्लाम के आने के वजह से शुरू हुआ क्योंकि इस्लाम बहुत उदार था और उससे हिंदुत्व के अस्तित्व पर खतरा आ गया था। यही वजह थी हिंदूओं ने भक्ति आंदोलन चलाया और दिखाया कि उनका धर्म भी इस्लाम जैसा ही है। बस थोड़ा बहुत अंतर है।
वहीं इसके बाद धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर इसी कोचिंग सेंटर के दूसरे फैकल्टी सदस्यों की भी वीडियो वायरल होने लगा जिसमें मुगल अक्राताओं को महान और इस्लाम को उदारवादी बताया जाने लगा, वायरल वीडियो में कहीं अकबर से लेकर औरंगजेब तक की महानता के कसीदे पढ़े गए तो टीपू सुल्तान को असली राष्ट्रवादी हीरो बताया जा रहा है। सबसे हैरानी की बात ये कि इस कोचिंग सेंटर में न सिर्फ इस्लाम को उदारवादी और महान बताया जा रहा है बल्कि हिंदुत्व को बदनाम करने की कोशिश और साथ ही काशी मंदिर पर हुए हमले को जस्टिफाई करने का काम भी जारी है।
Vision IAS के एक टीचर छात्रों को बता रहे हैं कि औरंगजेब के बारे में कहा जाता रहा कि उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर पर हमला किया। लेकिन पढ़ने को ये भी मिलता है कि वो हमला इसलिए हुआ क्योंकि कुछ अच्छे पंडितों ने औरंगजेब से शिकायत की थी कि उनके मंदिर में अवैध गतिविधियां चल रही है. वहीं दूसरे वीडियो में टीचर का ज्ञान सुनिए जिसमें उनके मुताबिक अगर इस देश में कोई सबसे बड़ा राष्ट्रभक्त था तो वो टीपू सुल्तान था। टीपू सुल्तान की मौत एक जंग में अपनी राजधानी को बचाते समय हुई। इसलिए अगर कोई सच में राष्ट्रवादी है तो उसका हीरो टीपू सुल्तान होना चाहिए।
इतना ही नहीं एक दूसरे वीडियो में एक टीचर को ‘माता के जगराते’ को लेकर चिढ़ और साफ देखी जा सकती है इसमें ना सिर्फ हिंदू धर्म और उसके रिवाजों पर अपशब्द बोले जाते हैं बल्कि आर्ट ऑफ लिविंग को यमुना प्रदूषित करने का जिम्मेदार बताते हैं, लेकिन जैसे ही बात अजान और नमाज पर आती है वो फौरन सोनू निगम द्वारा की गई शिकायत पर नसीहत देते हैं कि अगर उन्हें इतनी दिक्कत है तो फिर वो अपने घर की दीवारों पर साउंड प्रूफिंग करवा लें, आपको याद होगा कि गायक सोनू निगम में अजान को लेकर एक शिकायत डाली थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक Vision IAS की टीचर जिनका नाम स्मृति शाह है। वो पहले आईएस परीक्षाओं की तैयारी करती थीं, लेकिन वे खुद अपना एग्जाम क्लियर नहीं कर पाईं । ट्विटर पर इन्हें बारे में कहा जा रहा है कि स्मृति वामपंथी विचारधारा की हैं, पीएम मोदी और बीजेपी से नफरत करना इनकी फितरत रही है ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा है, “मैंने पता नहीं इनके 20 लेक्चर कैसे देखे वो भी 2019 इलेक्शन से ठीक पहले। सारे लेक्चर सिर्फ राजनैतिक भाषण और व्यंग्य जैसे थे।”
जाहिर है सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो सामने आने के बाद लोग कई सवाल कर रहे हैं। कि आखिर हिंदुत्व को इतना नीचे दिखाने का प्रयास कथित बुद्धिजीवी क्यों कर रहे हैं. आखिर कैसे इस स्तर पर इस्लाम का महिमामंडन करके छात्रों का ब्रेनवॉश किया सकता है। ये कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है या फिर मदरसा ?
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