उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बार फिर सूबे के मदरसों को लेकर बड़ा फैसला लिया है, या यूं कहें कि बाबा जी की सरकार ने मदरसों पर नकेल कसने का काम शुरू कर दिया है. योगी सरकार ने फैसला लिया है कि यूपी में अब नए मदरसों को सरकारी अनुदान नहीं मिलेगा। जिससे राज्य सरकार के वित्तीय कोष पर अतिरिक्त भार नहीं बढ़ेगा। मतलब साफ है कि अब योगी सरकार ने उन मदरसों का गला घोंटना शुरू कर दिया है जिनका मकसद सिर्फ सरकारी खजाने से उगाही करना होता था . योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में इस पर मुहर लगा दी है। इस समय 550 से अधिक मदरसों को अनुदान मिल रहा है।
In a cabinet decision on May 17, UP govt accepted the proposal to exclude new Madrasas from grant list
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 18, 2022
अब किसी नए मदरसे को अनुदान नहीं देगी सरकार pic.twitter.com/WYbr7Arc1j
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 18, 2022
17 मई को हुई कैबिनेट की बैठक में राज्य सरकार ने नए मदरसों को अनुदान सूची से बाहर करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। राज्य सरकार ने अपने बजट 2021-22 में मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत 479 करोड़ रुपये आवंटित किए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 16 हजार से अधिक पंजीकृत मदरसे हैं, जिनमें से 558 सरकारी सहायता प्राप्त हैं। अनुदान के तहत इन मदरसों के शिक्षकों, कर्मियों का भुगतान किया जाता है.
दरअसल खबर है कि योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी की सरकार के फैसले को पलटते हुए ये फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी पार्टी की सरकार ने साल 2003 तक मान्यता प्राप्त 146 मदरसों को अनुदान सूची में शामिल करने का फैसला लिया था। उसके बाद इस सूची में 100 मदरसे शामिल कर लिए गए लेकिन फिर भी 46 बच गए। अनुदान न मिलने पर यही बाकी बचे 46 मदरसों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक मदरसे को अनुदान सूची में शामिल भी किया गया, लेकिन साथ ही अब कैबिनेट ने पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार के फैसले को पलट दिया। इसके बाद बाकी बचे मदरसों को अनुदान नहीं दिया जाएगा। योगी सरकार की तरफ से ये फैसला अव्यवस्था फ़ैलाने वाले मदरसों की रोकथाम के लिए उठाया गया है।
आपको मालूम होगा कि सूबे के मदरसों में पिछले महीने राष्ट्रगान को भी अनिवार्य किया गया था. इस आदेश के तहत राज्य के सभी मदरसों में क्लास शुरू होने से पहले शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को राष्ट्रगान का गायन अनिवार्य रूप से करना होगा
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