दिल्ली में आम आदमी पार्टी किस तरह से सिर से लेकर पांव तक ‘भ्रष्टाचार’ की चासनी में डूबी हुई है इसके प्रमाण देने की जरुरत नहीं है. दिल्ली के डिप्टी सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन तक सभी की पोल-पट्टी धीरे-धीरे सामने आ चुकी  है. आम आदमी पार्टी के नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले हर रोज सामने आ रहे हैं .

दरअसल दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई की छापेमारी के बाद सियासी माहौल काफी गर्माया हुआ है. सिसोदिया पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है इसकी आशंका खुद उनके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में एक सभा में जताई है. लेकिन इसी बीच एक नया ड्रामा सामने आया है जिसके मुताबिक बुधवार को आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया. आप के चार विधायकों ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पार्टी छोड़ने और बीजेपी में शामिल होने के लिए बीजेपी की तरफ से 20-20 करोड़ का ऑफर दिया गया था. जिसके बाद मनीष सिसोदिया ने ट्विट कर लिखा “ मुझे तोड़ने में फेल हो गए,तो अब AAP के अन्य विधायको को 20-20 करोड़ का ऑफर देकर, रेड का डर दिखाकर उन्हें तोड़ने की साजिश शुरू कर दी.” सिसोदिया ने आगे लिखा है,” BJP संभल जाए, ये अरविंद केजरीवाल जी के सिपाही है,भगत सिंह के अनुयायी हैं. जान दे देंगे पर गद्दारी नहीं करेंगे. इनके सामने आपकी ED CBI किसी काम की नही है.”

वहीं इस बीच आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें वो कह रहे हैं कि “दिल्ली में ऑपरेशन लोटस सफल नहीं हो पाया, हमारे विधायकों को 5-5 लाख का ऑफर दिया गया है”. ऐसे में किसका यकीन किया जाए? सिसोदिया की रकम अलग है और सौरभ भारद्वाज की रकम अलग अब इसके पीछे क्या घालमेल है ये जानने की उत्सुकता तो सभी में है.

साभार-दैनिक भास्कर

वहीं केजरीवाल ने अलग ही भोकाल टाइट कर दिया है. एक ट्वीट कर उन्होंने कहा कि “ये बेहद गंभीर मामला है। स्थिति का जायज़ा लेने के लिए और आगे की रणनीति बनाने के लिए आज शाम 4 बजे अपने निवास पर हमारी पार्टी की Political Affairs Committee की मीटिंग बुलाई है”

दरअसल AAP और उसके नेताओं की दशा ठीक नहीं चल रही है. उनका किया उन्हीं पर भारी पड़ता दिख रहा है. जिसकी वजह से केजरीवाल बीजेपी के निशाने पर आ गए है.

दरअसल सिसोदिया समेत कई नेता ईडी, सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। किसी भी पल कोई भी जांच में आरोपी निकल आने पर जेल की ओर रवाना हो सकता है। ऐसी हालत में केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के सामने हर रोज नए ड्रामे के अलावा और कोई रास्ता दिख भी नहीं रहा. लेकिन इस ड्रामेबाजी और बनावटी आरोपों के सहारे ये भ्रष्टाचारी नेता कब तक कानून के शिकंजे से बच पाते हैं कहना मुश्किल है !

 

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