कर्मवीर कपिल मिश्रा : पुजारी के परिवार की त्वरित सहायता ने फिर सिद्ध किया :क्यों है भाजपा दूसरी पार्टियों से अलग

सीधे सीधे सपाट इसको ऐसे समझिये |
उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई घटना /दुर्घटना/अपराध की मृत देह पर चढ़ कर अपनी टीआरपी की रिले दौड़ दिखाते मीडिया को एक बार फिर से आईना दिखाया गया | इस आईने में एक बार फिर , और जाने कितनी बार फिर से , एक निरीह साधु , संत , पुजारी को क़त्ल कर देना , लूट लेना और मार देना ऐसे ही एक और पुजारी को ज़िंदा जला दिया गया |
अभी पालघर में , मुमबई की टीआरपी वाली साँप सीढ़ी खेल खेल कर चैम्पियन बनी हुई है ,उसीके सिंघम और सिम्बा के सामने दो निरपराध , बुजुर्गों को इसलिए क़त्ल कर दिया गया और इसलिए क़त्ल हो जाने दिया गया क्यूंकि वे सनातन थे , सदा से सहिष्णु ,निरीह ,निर्बल ? क्यों है न ?
तो हाथरस में अपनी पत्रकारिता के धंधे में बदलते हुए हाथो के सेंक कर सीधा करौली में पीपली मेला लगाने की पूरी योजना बन चुकी थी | लेकिन , सब बार बार ये भूल जा रहे हैं कि , ये नए वाला भारत है ,नए मिज़ाज ,नई हिम्मत , नए तेवर वाला भारत |
राजधानी दिल्ली सहित भारत में युवा भाजपा का एक प्रखर ,निर्भीक , और स्पष्टवादी चेहरा कपिल मिश्रा ऐसे में अन्धकार में प्रकाश की तरह निकलकर सामने आते हैं | पहली और सबसे जरूरी प्रयास होता है उस पीड़ित परिवार तक पहुँच कर न सिर्फ अपनी संवेदना बल्कि आर्थिक संबलता देने की |
अंतर तो है साहब
— Ambuj Bharadwaj (@Ambuj_IND) October 12, 2020
कैसे कह दूँ इस दुनियां में दया, करुणा, भावनाएं, समर्पण ख़त्म हो गयी है।
ये उन लोगों के लिए जरूर खत्म हो गयी होगी जिसने दलित बेटी की लाश पर अपनी राजनीति चमकाई।
उसके लिए आज भी जिंदा है जिसके शरीर में संघ का संस्कार और मन में सेवा का प्रण है। @KapilMishra_IND pic.twitter.com/MnEt7dpqIF
कपिल मिश्रा जो , दिल्ली को दंगाइयों द्वारा जला देने के साजिश के समय भी एक वीर सपूत की तरह डट गए थे और निडरता से न , बिना किसी पूर्वाग्रह के हिन्दू और मुस्लिम बस्तियों को भी दंगों की आग में झुलसने से रोका था , ने आनन् फानन में क्राउड फंडिंग , सभी आम जन से , एक विशेष कार्य के लिए अपना सहयोग देने का आग्रह , के ज़रिये 24 घंटे के अंदर ही 25 लाख की राशि न सिर्फ एकत्र की बल्कि ,खुद पीड़ित परिवार को दे कर भी आए |
राजस्थान के पुजारी जी के परिवार के लिए BJP नेता कपिल मिश्रा ने 24 घण्टे में जुटाए 23 लाख रुपये https://t.co/qvkV9b5wtH
— Kreately (@KreatelyMedia) October 10, 2020
अब आप जरा इन बातों को गौर करिये , रेल मंत्री सुरेश प्रभु को एक ट्वीट भर करने से रेल में नवजात बच्चे को दूध उपलब्ध कराया जाना , सिर्फ एक ट्वीट और वीडियो द्वारा खाड़ी , ईरान ,कुवैत आदि देशों से अपनी और अपनों की सहायता की पुकार सुनकर , स्व. सुषमा स्वराज दीदी की सक्रियता ,एक खबर मात्र पर संज्ञान लेकर किरण रिजिजू जी के प्रयास , जेनरल वी के सिंह का स्वयं विदेशों से जाकर अपनों को सुरक्षित लाना , प्रधानमंत्री मोदी जी तक का हर बार बहुत सारे देश वासियों का नाम काम बताकर उन्हें प्रोत्साहन और स्नेह देना , 24 घंटे ट्विट्टर पर लोगों को अपने रक्त का बूँद बूँद देने को तैयार तेजेंदर पाल बग्गा , कितने ही नाम और उनसे जुड़े वो दायित्व जिनका निर्वहन करने में उन्होंने क्षण भर भी देर नहीं लगाई |
आज सच में ही हालत और हालात ये हैं कि कोई देश समाज राष्ट्र , गंगा , गाय , मंदिर , भगवान ,तिरंगे ,वन्दे मातरम् , शिवाजी , प्रताप , भगत सिंह ,आजाद ,सुभाष की बात कह भर दे वो जन्मजात भाजपाई या क्या कहते हैं “संघी ” घोषित कर दिया जाता है | और करते भी कौन हैं जिन्हें अपने देश हिन्दुस्तान में इन तमाम हाँ यही , जय हिन्द , जय हिन्द की सेना , कानून सबसे परेशानी है |
पुजारी जी की धर्मपत्नी का बैंक एकाउंट खुलवा दिया गया है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) October 12, 2020
गांधी जी के जंतर में लिखें आखिरी व्यक्ति को अपनी आंखों से देखना हो तो एक बार राजस्थान के इस परिवार से मिलकर देखियेगा pic.twitter.com/IAE61Iz8tx
अब इन तमाम टुकड़ों टुकड़ों वाले मंसूबों को ये बहुत अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि बेशक सरकार और सल्तनत किसी की भी हो कांग्रेस की या मुगलों की, सनातन के लिए अब खुद सनातनी खड़ा मिलेगा साथ मिलेगा | जय हिन्द | जय भारत |
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