कपिल मिश्रा जी ने “लिबरल पत्रकारिता” करने के लिए कुख्यात पोर्टल द वायर को एक साक्षात्कार दिया। साक्षात्कार तो क्या ही कहें। किसी स्कूल का प्राध्यापक जैसे क्लास लगाता है, जिसमें दो ढीठ बच्चे जो फेल हो के कई वर्षों तक एक ही कक्षा में लटके रहते हैं। कपिल जी भी ऐसे ही वायर के तथाकथित “पत्रकारों” की क्लास लगाते दिखे। वायर के इन तथाकथित “पत्रकारों” को एक बात से बहुत समस्या थी कि कपिल जी ने शाहीन बाग, चांद बाग को मिनी पाकिस्तान क्यों कहा? कपिल जी ने जवाब दिया कि उन्होंने जो देश के सरकार, संसद, न्यायालय, कानून को न मानने वाले हैं, जिन्होंने शाहीन बाग में लोगों की संवैधानिक अधिकार छिन ली थी उनको मिनी पाकिस्तान कहा था, सारे शाहीन बाग के लोगों को मिनी पाकिस्तान नहीं कहा था।

मेरा प्रश्न यहां ये है कि द वायर तो स्वयं अपना एजेंडा पाकिस्तान के सबसे प्रसिद्ध अंग्रेजी अखबार Dawn को बेचता है। Dawn वैसे खुलकर हिन्दू विरोधी, हिन्दुत्व विरोधी लेख लिखने से बचता है क्यों कि Dawn का स्तर मेरे व्यक्तिगत अनुभवों में हमारे देश के तथाकथित “लिबरल पत्रकारों” से ऊंचा है। परन्तु जब भी Dawn को पाकिस्तान का, ISI का, पाकिस्तानी फौज का और इमरान खान का हिन्दुत्व, RSS, BJP और हिन्दू विरोधी एजेंडा चलाना होता है, वो सीधा द वायर का लेख अपने वेबसाइट में द वायर की सम्मति से पाकिस्तान में और पूरे विश्व में फैलाता है। मेरा सीधा सा प्रश्न है: “ये रिश्ता क्या कहलाता है?”

पाकिस्तान को और क्या चाहिए? भारत में रखकर भारत की न्याय व्यवस्था को बदनाम करने वाले, 370 को हटाए जाने का विरोध करने वाले, आतंकवादियों को क्रांतिकारी बताने वाले और आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, बीजेपी को आतंकवादी बताने वाले। यही बात तो ईमरान खान सुबह शाम रटता रहता है।

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