प्रवर्तन निदेशालय ने फारुख अब्दुल्ला की 11.86 करोड़ की संपत्ति जब्त की : जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ के फंड के दुरूपयोग का मामला

केंद्र की भाजपा सरकार के आते ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने जब ये घोषणा की थी कि , ” देश का ये चौकीदार न खुद गरीबों का हिस्सा खाएगा न किसी को खाने देगा ” तब किसी को और विशेषकर ,भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी कांग्रेस को ये अंदाज़ा भी नहीं था कि इसकी सबसे बड़ी मार उसकी ही पीठ पर पड़ने वाली है।
भ्रष्टाचार के विरूद्ध , लगातार एक के बाद एक बनते कानून और पूरी दृढ़ता से उनके अमल ने सिर्फ पिछले छ वर्षों में ही भ्रष्ट कांग्रेस की ऐसी चूलें हिला दी हैं कि , आज उनकी पूरी अग्रिम पंक्ति या तो जेल भ्रमण कर चुकी है , जमानत पर है ,या जाने की तैयारी में है। कोई कलप कलप कर बार बार लोकतंत्र खतरे में है , लोकतंत्र की ह्त्या हो रही है कह कर खुद को नोंच खसोट रहा है तो कोई हताश होकर चीन पाकिस्तान जाने की बात कर रहा है।
ऐसी ही गाज गिरी है ,जम्मू कश्मीर के विवादित रौशनी एक्ट की समाप्ति के बाद अजगर की तरह जम्मू कश्मीर पर कुंडली मार कर बैठे , अब्दुल्ला और मेहबूबा परिवार पर। एक्ट के अचानक खात्मे और इसके बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आए ये दोनों परिवार अब बुरी तरह से फँसते और जेल जाने की कगार पर पहुँच चुके हैं।
B/w 2005-2006 to 2011, JKCA received funding totalling to Rs 109.78 crores from BCCI. B/w 2006 & Jan 2012, when Abdullah was JKCA chief, he misused his position &clout by illegal appointments of office bearer to whom he gave financial powers for purpose of laundering of funds: ED
— ANI (@ANI) December 19, 2020
ये तमाम भ्रष्टाचारियों के लिए एक सबक ,एक सन्देश है कि आने वाले दिनों में केंद्र की भाजपा सरकार इन तमाम सफेदपोशों , भ्रष्ट नौकरशाहों , राजनेताओं और बिचौलियों पर कहर बरपाने जा रही है , जो भी अपनी औकात से बाहर पकड़ में आया ,नज़र में आया उसे जनता की अदालत में अपना हिसाब किताब दिखाना होगा।
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