केंद्र की भाजपा सरकार के आते ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने जब ये घोषणा की थी कि , ” देश का ये चौकीदार न खुद गरीबों का हिस्सा खाएगा न किसी को खाने देगा ” तब किसी को और विशेषकर ,भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी कांग्रेस को ये अंदाज़ा भी नहीं था कि इसकी सबसे बड़ी मार उसकी ही पीठ पर पड़ने वाली है।

भ्रष्टाचार के विरूद्ध , लगातार एक के बाद एक बनते कानून और पूरी दृढ़ता से उनके अमल ने सिर्फ पिछले छ वर्षों में ही भ्रष्ट कांग्रेस की ऐसी चूलें हिला दी हैं कि , आज उनकी पूरी अग्रिम पंक्ति या तो जेल भ्रमण कर चुकी है , जमानत पर है ,या जाने की तैयारी में है। कोई कलप कलप कर बार बार लोकतंत्र खतरे में है , लोकतंत्र की ह्त्या हो रही है कह कर खुद को नोंच खसोट रहा है तो कोई हताश होकर चीन पाकिस्तान जाने की बात कर रहा है।

ऐसी ही गाज गिरी है ,जम्मू कश्मीर के विवादित रौशनी एक्ट की समाप्ति के बाद अजगर की तरह जम्मू कश्मीर पर कुंडली मार कर बैठे , अब्दुल्ला और मेहबूबा परिवार पर। एक्ट के अचानक खात्मे और इसके बाद तमाम सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आए ये दोनों परिवार अब बुरी तरह से फँसते और जेल जाने की कगार पर पहुँच चुके हैं।

आज प्रवर्तन निदेशालय ने फारुख अब्दुल्ला की 11 .86 करोड़ की अवैध संपत्ति को ज़ब्त कर लिया। असल में पूरा मामला ये कि वर्ष 2005 से लेकर वर्ष 2011 तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से जम्मू कश्मीर कंट्रोल बोर्ड को मिले लगभग ११ करोड़ रूपए की भारी और सरी धनराशि का दुरुपयोग स्वयं के उपयोग के लिए किया था।

ये तमाम भ्रष्टाचारियों के लिए एक सबक ,एक सन्देश है कि आने वाले दिनों में केंद्र की भाजपा सरकार इन तमाम सफेदपोशों , भ्रष्ट नौकरशाहों , राजनेताओं और बिचौलियों पर कहर बरपाने जा रही है , जो भी अपनी औकात से बाहर पकड़ में आया ,नज़र में आया उसे जनता की अदालत में अपना हिसाब किताब दिखाना होगा।

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