पटना में पीएफआई के आतंकी ट्रेनिंग कैंप के भंडाफोड़ के बाद ने NIA की टीम ने मोतिहारी में छापेमारी की। माना जा रहा है फुलवारी शरीफ केस के तार अब मोतिहारी से जुड़ गए हैं. जांच-पड़ताल के बीच NIA की टीम ने मौलवी मुफ्ती असगर अली नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है .
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असगर अली मदरसा टीचर है. एनआईए की टीम ने मंगलवार रात ढाका थाना क्षेत्र अंतर्गत केदारनगर, मोहब्बतपुर स्थित एक मदरसा के 24 साल के मौलाना असगर अली को दिन भर पूछताछ के बाद देश विरोधी गतिविधियों मे शामिल होने के संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार मौलाना रक्सौल अनुमंडल के पलनवा थाना क्षेत्र अंर्तगत गाज सिसविनया गांव का निवासी है. इसके साथ ही मदरसा के दो अन्य लोगों को भी NIA ने अपनी कस्टडी में लिया था. हालांकि पूछताछ के बाद उन दोनों को छोड़ दिया गया और अली असगर को लेकर जांच एजेंसी पटना आ गई है। जहां उससे दोबारा पूछताछ की जाएगी।
फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष
रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर में अली का नाम भी है। पुलिस इस सिलिसिले में उसके घर पर भी दबिश देने पहुंची थी, जहां पांच बोरे में उर्दू की किताबें मिली हैं। ये किताबें आपत्तिजनक बताई जा रही हैं, जिनकी आगे जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि वे कैसी मजहबी किताबें हैं। अली मदरसा में बच्चों को तालीम देने का काम करता था। ढाका के पचपकड़ी में स्थित जामिया मारिया मिसवा मदरसा का संचालन साल 1 जनवरी 2013 से हो रहा है। इस मदरसे में लगभग 100 मुस्लिम लड़कियों को तालीम दी जाती है। अली असगर ढाका बड़ी मस्जिद के नायाब इमाम मोहम्मद नेसार के कमरे में रहता है।
बता दें आपको इससे पहले इसी महीने की 14 तारीख को इस मामले में पटना पुलिस ने फुलवारी शरीफ से पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. साथ ही पुलिस को छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज मिले थे, जिनमें से एक का शीर्षक था – ‘2047 इंडिया टुवर्ड्स रूल ऑफ इस्लामिक इंडिया’। इसके अलावा इनके पास से PFI के पर्चे भी बरामद किए गए थे।
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