अग्निपथ कार्यक्रम की आड़ में जहां एक तरफ राजनीतिक मंसूबे वाले लोग पूरे देश के तमाम इलाकों में आग लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ यूपी पुलिस एक ऐसा उदाहरण सेट कर रही है जिसमें देशद्रोहियों के लिए कोई जगह नहीं है। जब यूपी पुलिस सड़क पर है उपद्रवियों को खदेड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार पुलिस सड़क से गायब है और मौन रहकर उपद्रवियों का अप्रत्यक्ष समर्थन कर रही है।
ग्रेटर नोएडा में अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ यूपी पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है।
शांति/कानून व्यवस्था को बाधित कर रोड जाम आमजन को बाधा पहुंचाने वाले अराजक तत्व के खिलाफ पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज,75 नामजद व 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ किया मुकदमा दर्ज, मौके से 10 लोगों को किया गया गिरफ्तार।
प्रदर्शन करने वाले लोगों की फोटो व वीडियो के माध्यम से कराई जा रही है पहचान, प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर किया था रोड जाम ..।
एक बस पर पथराव कर तोड़फोड़ का आरोप । विरोध प्रदर्शन में 8 पुलिसकर्मी और बस चालक भी हुए थे घायल। जब एक तरफ बिहार में रेल जलाई जा रही है और वहां की नीतीश सरकार पूरी तरह इस मुद्दे पर मौन है तो इससे जाहिर हो जाता है कि यह मुद्दा छात्रों से हटकर राजनीतिक है जिसके पीछे कई राजनीतिक दल इस आग को सुलगा रहे हैं।
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