भारतीय ज्योतिष जीवन चक्र के आयामों को समझने का दैवीय माध्यम है। कालचक्र की इस यात्रा में समय-समय पर बदलाव आते हैं जिन्हें नियति से जोड़कर देखा जाता है। कर्म-भाग्य-भक्ति की त्रिवेणी के सहारे मानव अपने जन्मों की यात्रा तय करता है। ज्योतिष में खगोलीय घटना के हिसाब से कई दिवस इतने महत्वपूर्ण हो जाते हैं कि मनुष्य प्रयास और दैवीय कृपा के सामंजस्य से उस दिन कुछ विशेष शक्तियां ब्रह्मांड में ऊर्जा निर्माण करती हैं, ऐसा ही एक दिन है आज 13 सितंबर का..।

आज के दिन 6 ग्रह सूर्य, चंद्रमा, देवगुरु बृहस्पति, मंगल, बुध, शनि अपनी ही राशि में रहेंगे। ऐसा अगला संयोग अगले 250 साल बाद बनेगा। स्वराशि मतलब अपने ही घर में रहेंगे, अपनी ही राशि में रहेंगे। सूर्य सिंह, चंद्रमा कर्क, बृहस्पति धनु, मंगल मेष, बुध कन्या, शनि मकर राशि में रहने से अद्भुत संयोग का जन्म हो रहा है। 


ज्योतिष जानकारों के मुताबिक इस समय हनुमान चालीसा, आदित्य ह्रदय स्त्रोत, देवी सूक्तम, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना विशेष फलदायी होता है।इसके अलावा आपके कोई भी गुरु या इष्टदेव हों तो उनका मन्त्र जाप विशेष फल देने में समर्थ माना जाता है। आध्यात्मिक उत्थान का ये संयोग 15 सितंबर की दोपहर तक चलेगा । क्रेटली मीडिया आपसे विनती करता है कि इस समय सनातन चेतन के सर्वोच्च यथार्थ का आनन्द उठाइए। और हां देश के गृहमंत्री अमित शाह जी एम्स में भर्ती हैं, उनकी कुंडली के मुताबिक स्वास्थ्य समस्या दिख रही है तो ऐसे में उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए मृत्युंजय मन्त्र का जाप कीजिए। भगवान महादेव हमारे राष्ट्र का कल्याण करें, आप सभी पर नारायण कृपा बनी रहे। जयश्रीराम

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