वर्ष 1997 में गुजरात और महाराष्ट्र में बम धमाकों से देश को दहलाने के अबू सालेम के षड्यंत्र को पूरा करने के लिए पाकिस्तान से भारी मात्रा में RDX, राजस्थान ,महाराष्ट्र ,गुजरात के रास्ते लाने वाले अब्दुल माजिद कुट्टी आखिरकार पूरे 19 साल बाद जाँच एजेंसी के हत्थे चढ़ ही गया।

गुजरात ATS की एक विशेष टीम ने झारखंड के जमशेदपुर से मुहम्मद कमाल उर्फ़ अब्दुल माजिद कुट्टी को शनिवार शाम झारखंड से गिरफ्तार कर अहमदाबाद लेकर आई है। जमशेदपुर के बारीनगर में मई 2019 से छिप कर रह रहा था जबसे वो मलेशिया से , एक नकली नाम और पासपोर्ट से भारत में आया था।

23 दिसंबर 1996 को पुलिस ने मोहम्मद फजल पठान नामक एक अजमेर के रहने वाले व्यक्ति को मेहसाना चेकपोस्ट पर 4 किलो RDX, 10 डेटोनेटर , और 125 ऑटोमेटिक पिस्टल (जिनमे से 115 पाकिस्तान की बनी हुई और 10 चीन की बनी ही थी , 113 मैगजीन और 750 कारतूसों की भारी भरकम खेप के साथ पकड़ा गया था . यह पूरा जखीरा गुजरात और महाराष्ट्र को दहलाने के लिए पाकिस्तान से भेजा गया था .दाउद और अबू सलेम ने के इशारों पर इसे लाया था।

जांच एजेंसियों के हत्थे चढ़ा मुम्बई के माहिम का रहने वाला अब्दुल काजिद कुट्टी ने इस पूरे जखीरे को बाड़मेर राजस्थान के रास्ते देश में लाने का काम किया था . इनके अलावा अनवर कुरैशी और शकील इब्राहिम कुरैशी नामक के दो अपराधी भी इन सबमे शामिल थे।

कुट्टी 1984 में दुबई चला गया था , जहां से लौट कर वो पहले दाउद और अबू सलेम के साथ सोने की स्मगलिंग में लिप्त हुआ और फिर 1996 में उसने उसीके साथ मिल कर आतंकी घटनाओं से भारत को दहलाने की साजिश रची।

कुट्टी तबसे भागकर मलेशिया में कपड़ों का व्यापार करने लगा और पिछले ही साल एक नकली नाम और पासपोर्ट के सहारे जमशेदपुर में रह रहा था।

****खबर और सूत्र : इन्डियन एक्सप्रेस से साभार .

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