देश के किसी भी राज्य की कोई भी सरकार , कितनी ही शक्तिशाली हो , कितनी ही उदंड हो , अपनी ताकत का दुरुपयोग करके किसी भी व्यक्ति की स्वतंत्रता में रत्ती भर भी दखल नहीं दे सकती |
मोदी जी ने जो दवाई पिलाई है वो कड़वी और इतनी कारगर है कि एक दो तीन नहीं चार साल बाद भी उतना ही असर रखती है जितना पहले दिन इंजेक्शन लगाने से हुआ था। और दर्द आज भी रिस रिस कर बाहर आ रहा है।
पश्चिम बंगाल ,केरल ,दिल्ली अब महाराष्ट्र जैसे राज्यों में तो केंद्र की भाजपा सरकार से द्वेष और पूर्वाग्रह रखने के कारण इन राज्यों की स्थानीय सरकारें अलगाववादियों की तरह व्यवहार कर रही हैं |