बिना श्रेणी निर्ममता सरकार फिर चर्चा में : भाजपा कार्यकर्ता का शव 14 दिनों से अंतिम संस्कार के लिए नहीं दिया यदि आप सिर्फ एक बार अपने ऊपर अपराधी ,नालायक , बेईमान,जैसा ठप्पा लगवा लेते हैं तो फिर आपको सिर्फ और सिर्फ अपने बनाए हुए...
बिना श्रेणी चीन के बाद फ्रांस कर रहा है मुगलिया सनक का सही ईलाज :तुर्की के तशरीफ़ में तो भुस्स भर दिया है कहते हैं किसी शरीफ को इतना नहीं सताना दबाना चाहिए कि विवश होकर उसे भी फिर वही लंठई दिखानी पड़ जाए , क्यूंकि सबका...
आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा आज का मुद्दा निकिता की हत्या पर :मीडिया ,महिला संगठनों और मोमबत्ती गैंग की शर्मनाक चुप्पी अभी , सिर्फ कुछ दिनों पहले ही , पूरे देश का मीडिया , मीडिया की तमाम तेज तर्रार महिला सम्पादक , सभी राजनैतिक दल...
बिना श्रेणी धारा 370 समाप्ति की पहली बरसी पर इमरान को करना था कालादिवस का आयोजन : मुस्लिम देशों ने ही दुत्कार कर भगाया मुगलों को अब धीरे धीरे अपनी करतूतों और अपराधों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है | और ये आज अभी इसलिए बहुत जरूरी हो...
राजनीति आखिर क्यों चर्चा में है विजय रुपानी की ये आमसभा/रैली कहते हैं न कि भीड़ में भी जो शख्स अकेला खड़ा होकर अलग से सोच रहा होता है एक दिन भीड़ उसी के पीछे...
बिना श्रेणी डरे हुए ,भटके ,शांतिप्रिय विशेष सम्प्रदाय के मासूम “तौफीक” ने निकिता को सरेआम गोली मारी देखा अब तो आपको यकीन हो गया न कि वाकई भारत जैसे देश में मुगलों पर कितना अत्याचार किया जा रहा है , कितना...
बिना श्रेणी मुंगेर नरसंहार : हिन्दू होने की कीमत चुकाते लोग सड़क पर कुछ लोग माँ दुर्गा की मूर्ति के साथ दिखाई देते हैं , अचानक एक तरफ से पुलिस इस तरह से डंडा घुमाती...
अनुसंधान शिकायत और सुझाव :परिवर्तन के दो अचूक विकल्प अपने दिल पर हाथ रख कर बताइए कि अब तक आप कितनी बार , किसी दफ़्तर , बैंक , स्कूल , बस , या...
बिना श्रेणी 26 अक्तूबर 1947 : जम्मू कश्मीर विलय दिवस :कांग्रेसी सिलेबस से गायब इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना कितने संयोग की बात है कि , आज यानि 26 अक्टूबर को देश के इतिहास में शायद पहली बार इतने व्यापक पैमाने पर “जम्मू...
बिना श्रेणी इमरान खान ने लिखी फेसबुक को चिट्ठी :फ्रांस और भारत को बताया मुस्लिमों का दुश्मन : फेसबुक से बचाने की अपील एक की दाढ़ी खींचो तो पूरी मुगलिया सल्तनत हिलने लगती है भाई जान लोगों की | फ्रांस ने पकड़ पकड़ के कूटना क्या शुरू...