ज़रा सोचिए: हम में से कुछ को अपनी पहचान से घृणा क्यों?

गत बुधवार (30 दिसंबर) को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बहुसंख्यक मुसलमानों की भीड़ ने अल्पसंख्यक हिंदुओं के एक प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करके...

गोदी मीडिया का कटु सत्य: पण्डित नेहरू से लेकर पालघर के साधुओं तक…

भारत के सार्वजनिक विमर्श में इन दिनों “गोदी मीडिया” जुमला बहुत प्रचलित है और दुर्भाग्य से इसका अस्तित्व एक कड़वा सच भी है। चाहे...

वर्ष 2020 के संदेश और सबक

वर्ष 2020 अपने अंतिम पड़ाव पर है। पाठकों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। यह साल कई घटनाओं का साक्षी रहा और भारत सहित शेष...

“गांधीवादी” गुहा का असत्य के साथ प्रयोग!

कई अवसरों पर संघ स्पष्ट कर चुका है कि इस भूखंड में जन्मा प्रत्येक व्यक्ति- जिनका विचार, मजहब और पूजा-पद्धति अलग हो सकता है, वह सभी भारत-माता की संतान है। पिछले 73 वर्षों से संघ का जनाधार निरंतर बढ़ रहा है। इस कालखंड में कितने मुस्लिम नागरिकों को खंडित भारत से निकाला गया?