संस्कृति देवी का माहात्म्य व उपासना ! भारत में विविध संप्रदाय कार्यरत हैं । इन संप्रदायों के अनुसार संबंधित देवताओं की पूजा उपासना पद्धति प्रचलित है। गाणपत्य, शैव, वैष्णव, सौर्य, दत्त...
संस्कृति नवरात्रि में देवी द्वारा धारण किए गए नौ रूप एवं उनकी कार्यानुसार विशिष्टताएं ! प्रस्तावना – युगों युगों से नवरात्रि का व्रत किया जाता है। इन नौ दिनों में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है ।...
संस्कृति नवरात्री व्रत का इतिहास, महत्त्व तथा शास्त्र ! सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके । शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते ।। अर्थ : समस्त प्रकार का मंगल प्रदान करने वाली मंगलमयी कल्याण करने...
संस्कृति नारायणबलि, नागबलि एवं त्रिपिंडी श्राद्ध प्रस्तुत लेख में ‘नारायणबली, नागबलि व त्रिपिंडी श्राद्ध’ के विषय में अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन पढें । इसमें मुख्य रुप से इन विधियों के संदर्भ में...
संस्कृति पितृपक्ष और श्राद्ध विधि करने का महत्व ! हिंदू धर्म में बताए गए ईश्वर प्राप्ति के मूलभूत सिद्धांतों में से एक अर्थात ‘देवऋण, ऋषि ऋण, पितृऋण और समाज ऋण यह चार ऋण...
धर्म और दर्शन श्री गणेश चतुर्थी पर पूजन व शास्त्र ! श्री गणेश चतुर्थी के साथ-साथ श्री गणेशोत्सव के दिनों में, गणेश तत्व पृथ्वी पर सामान्य से 1000 गुना अधिक सक्रिय होता है। इस दौरान...
संस्कृति श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भक्तिभाव से कैसे मनाएँ एवं उसका महत्व ! पूर्ण अवतार भगवान श्री कृष्ण ने श्रावण माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को पृथ्वी तल पर जन्म लिया। उन्होंने बाल्यकाल से ही अपने...
देशाटन ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ में 150 से अधिक हिन्दुओं का सहभाग,भगवामय हुआ फरीदाबाद शहर फरीदाबाद में भव्य ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ के माध्यम से “हिन्दू राष्ट्र” हेतु संगठित होने का हिन्दुओं ने लिया संकल्प ! सनातन संस्था के संस्थापक...
संस्कृति बैसाखी का ऐतिहासिक महत्व इतिहास ! हमारी सनातन संस्कृति में प्रत्येक पर्व मनाने के पीछे कोई ना कोई विशेष उद्देश्य या कारण होते हैं “। बैसाखी भी एक ऐसा ही त्यौहार...
संस्कृति सर्वशक्तिमान, महापराक्रमी, महाधैर्यवान, सर्वोत्कृष्ट भक्त व महान संगीतज्ञ हैं रामदूत हनुमान मनोजवम् मारुत तुल्य वेगम् ,जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥ वातात्मजं वानरयूथ मुख्यम ,श्रीराम दूतम शरणं प्रपद्ये ॥ अर्थात् कामदेव व वायु के समान गतिशील, इंद्रियों...