शबरी के वामपंथी बेर

अपने पिछले ब्लॉग में मैंने आपको वामपंथी इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों के ब्रम्हास्त्र एकलव्य से मिलवाया, आज उनके एक और अस्त्र की बात करते हैं,...

जो छिपाया गया उसे ज़रूर पढ़िए: एकलव्य का इस्तेमाल वामपंथियों ने सनातन धर्म को नीचा दिखाने के लिए कैसे किया!

वामपंथियों ने इस कथा को हमें प्राइमरी में पढ़ाया क्यूंकि प्राइमरी का बच्चा तर्क नहीं करता, वो महाभारत में इस घटना को नहीं ढूंढ सकता, बचपन के इस झूठ को हम जीवनपर्यन्त नहीं भूलते, एक जाति विशेष के प्रति घृणा उत्पन्न करने, इतिहास को कलंकित करने और हमारे समाज को नीचा दिखाने के लिए वो इन कथाओं का प्रयोग करते हैं, हालांकि वो महाभारत और रामायण को काल्पनिक मानते हैं, पर अपनी सुविधा अनुसार एकलव्य, कर्ण, शबरी और शम्बूक के उदहारण देकर अपने ज्ञानी होने का झूठा प्रमाणपत्र भी स्वयं बांटते फिरते हैं।

वामपंथी प्रोपेगेंडा की पोल खोल: किस तरह जौहर को सती प्रथा बताया गया

जैसा कि मैंने अपने पिछले ब्लॉग में लिखा था, स्वतंत्रता के पश्चात भारत की शिक्षा व्यवस्था में वामपंथी घुस चुके थे, उन्होंने हमारे इतिहास...

आखिरी उम्मीद

हिंदुत्व को समाप्त करने का दुःस्वप्न आज का नही है, मुग़लों का विभत्स इतिहास हो, या जातियों में तोड़कर समाज को विभाजित करने और...