हम कसम राम की खाते हैं ,मंदिर वहीँ बनाएँगे से लेकर बच्चा बच्चा राम का ,जन्म भूमि के काम का “…..तक पहुंचते हुए एक बहुत लम्बी लड़ाई लड़नी पड़ी है | इस दुनिया में प्रभु श्री राम से नीचे की तमाम अदालतों में बार बार बहुत बार यही विनती की ,कि ये हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भूमि है | इतिहास में कुछ कबीलाई पागलों ने अपनी विकृत सोच का प्रमाण हमेशा के लिए सहेजे रखने की सनक में इस धरती से राम ,कृष्ण और महादेव के जुड़े प्राण भाव को ही चुनौती देने का दुःसाहस किया और सब समय के गर्त में लीन हो गए

अब जबकि जनमानस ने ये तय कर लिया है की प्रभु श्री राम का दरबार यहां अयोध्या में शीघ्र से शीघ्र निर्मित और समर्पित हो तो ऐसे में अयोध्यावासियों पर पड़ने वाला दायित्व दोहरा हो जाता है है | एक तो प्रभु राम जी मंदिर निर्माण कार्य में लीन ऊपर से पूरे क्षेत्र को अब स्वच्छ ,सुन्दर , स्वस्थ आदि हर कसौटी पर खरा उतरने की घड़ी |

जो ये वोकल फॉर लोकल है तो इससे बेहतर और क्या , पूरे अयोध्या को राम मय कर डालिये सब कुछ ब्रांड हो जाएगा अपने आप | उस पूरे क्षेत्र के चप्पे चप्पे पर जयमाला,पुष्पमाला और दीपमाला से अयोधया को फिर से अलौकिक अनुपम करने का समय है | हम सब ,जिनके दिल में प्रभु श्री राम बसते हैं , वो सब जरूर आएँगे अपने प्रभु राम के दर्शन करने , और एक राम भक्त दूसरे राम भक्त के घर ही पहुँचेगा न | तो साथ साथ अपनी कुटिया भी ठीक करते हैं |

क्षेत्र की परिवहन व्यवस्था से लेकर चिकित्सा व्यवस्था तक , साहित्य से लेकर शोध तक , परम्परा से लेकर प्रकृति तक हर विषय हर बिंदु पर काम करना शुरू करते हैं ,हम भी करेंगे साथ मिल कर | चित्रकार ,मूर्तिकार ,शहरों के नियोजन में विशेषज्ञता वाले और सुरक्षा के लिए नासा जैसी अकाट्य संस्था तक आपस में मिल कर -दुनिया से कहते हैं यैस “अयोध्या इज़ द राइज़िंग लीजेंड “

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